वाराणसी : छापेमारी के दौरान दुकान बंद कर भाग गए दुकानदार, होगा जवाब-तलब, खाद के 7 सैंपल लिए
वाराणसी। किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराने, कालाबाजारी रोकने और उर्वरक गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए शनिवार को जनपद-व्यापी चेकिंग अभियान चलाया गया। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम के निर्देशानुसार मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल के नेतृत्व में विभिन्न अधिकारियों की संयुक्त टीमें बनाकर यह अभियान संचालित किया गया। टीमों ने खाद की दुकानों पर छापेमारी की। इस दौरान दो दुकानदार दुकानें बंद कर भाग गए। उनसे जवाब-तलब किया जाएगा। टीम ने दुकानों से खाद के सात सैंपल लिए।
जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, और अन्य संबंधित अधिकारियों को अलग-अलग तहसीलों में जिम्मेदारी सौंपी गई। तीन टीमें बनाई गई थीं। पहली टीम में जिला कृषि अधिकारी संगम सिंह, जिला उद्यान अधिकारी सुभाष कुमार, और वरिष्ठ प्राविधिक सहायक रोहित कुमार सिंह ने तहसील राजातालाब की जांच की। दूसरी टीम जिला कृषि रक्षा अधिकारी बृजेश कुमार विश्वकर्मा और जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी आर.पी. सिंह ने तहसील सदर का निरीक्षण किया।
वहीं तीसरी टीम में शामिल उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी निरूपमा सिंह और परियोजना अधिकारी-नेडा ने तहसील पिण्डरा में चेकिंग अभियान चलाया। टीमों ने साधन सहकारी समितियों, पीसीएफ विक्रय केन्द्रों, इफको सेवा केन्द्र, आईएफएफडीसी, औद्यानिक समिति और निजी विक्रेताओं के कुल 39 बिक्री केन्द्रों की जांच की। इस दौरान गुणवत्ता परीक्षण के लिए 7 उर्वरक नमूने लिए गए।
जांच के दौरान पैगम्बरपुर स्थित मेसर्स जायसवाल एंड कंपनी की दुकान बंद पाई गई। वहीं, राजातालाब स्थित मेसर्स प्रगति सीड कंपनी ने उर्वरक व्यापार संबंधी आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए, जिस पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कालाबाजारी और अनियमितताओं के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
जनपद में यूरिया और अन्य रासायनिक उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है। साथ ही, सभी विक्रेताओं को निर्देशित किया गया है कि पीओएस मशीन के माध्यम से ही उर्वरक वितरित करें। किसानों से अपील की गई कि मृदा और पर्यावरण का संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए नैनो यूरिया और नैनो डीएपी जैसे वैकल्पिक उर्वरकों का प्रयोग करें। इससे खेती की लागत कम होगी और आय में वृद्धि होगी।