वाराणसी :रोडवेज कर्मचारियों ने दिया धरना, शोषण और भ्रष्टाचार के लगाए आरोप, मांगों पर विचार करने की मांग की
वाराणसी। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले कर्मचारियों ने बुधवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रोडवेज परिसर में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया। यह धरना परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष इंद्रेश मिश्रा के नेतृत्व में सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक चला। कर्मचारियों ने क्षेत्रीय प्रबंधक पर अत्याचार, शोषण और अनदेखी का आरोप लगाते हुए जोरदार विरोध दर्ज कराया। जल्द से जल्द मांगों पर विचार करने की मांग की। चेताया कि यदि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन को विवश होंगे।

क्षेत्रीय अध्यक्ष ने बताया कि परिषद की प्रमुख मांगों में कार्यालय सहायक प्रथम कमलेश यादव का निलंबन तत्काल प्रभाव से वापस लेना और संगठन द्वारा पूर्व में उठाए गए बिंदुओं पर शीघ्र कार्रवाई करना शामिल है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की समस्याओं को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है, जिसके चलते कर्मचारियों में भारी रोष है। इंद्रेश मिश्रा ने यह भी बताया कि शाम 4 बजे क्षेत्रीय प्रबंधक के साथ पुनः वार्ता प्रस्तावित है, जिसके बाद आंदोलन की आगामी रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा।
क्षेत्रीय अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि क्षेत्रीय प्रबंधक कर्मचारियों से वार्ता तो करते हैं, लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि विभाग में कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है और नियमों की अनदेखी करते हुए एक ही वर्ष में लगभग 190 तबादले किए गए हैं। इसके अलावा, एक बाबू द्वारा पिछले 20 वर्षों से एक ही पटल संभाले जाने पर भी सवाल उठाए गए।
परिषद के अनुसार, विभाग में भ्रष्टाचार का बोलबाला है, जिससे निगम की छवि धूमिल हो रही है। आरोप लगाया गया कि प्राइवेट वाहनों के उपयोग और बिजली मरम्मत के नाम पर लूट-खसोट की गई। इन मामलों की निष्पक्ष जांच की मांग करने पर संबंधित कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया, जो अन्यायपूर्ण है।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि अधिकारियों के रवैये से चालक और अन्य कर्मचारी नौकरी छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं, जिससे परिवहन सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। धरने में रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारियों के साथ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अन्य प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

