बनारस स्टेशन का पार्किंग ठेका रद्द, अधिक शुल्क वसूलने वाले के खिलाफ FIR, अब नपेंगे संबंधित रेलकर्मी
वाराणसी। बनारस रेलवे स्टेशन (मंडुआडीह) पर पार्किंग व्यवस्था में मनमानी और अत्यधिक शुल्क वसूली की शिकायतें सामने आने के बाद रेलवे प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। प्रथम प्रवेश द्वार पर बाइक पार्किंग का 24 घंटे का किराया 2400 रुपये और साइकिल का 1200 रुपये लिया जा रहा था, जिसे लेकर लोगों ने डीआरएम और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की थी। इस मामले को लेकर Live VNS सहित प्रतिष्ठित समाचार पत्रों और सोशल मीडिया पर खबर चलने के बाद अधिकारियों ने घटना का संज्ञान लिया और कार्रवाई करते हुए पार्किंग ठेका को निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही अधिक शुल्क वसूलने वाले ठेकेदार के कर्मचारी के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। यही नहीं स्टेशन पर तैनात उत्तरदायी कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
रोजाना 40 हजार यात्रियों की आवाजाही
बनारस रेलवे स्टेशन से रोजाना 35 से 40 ट्रेनें, जैसे शिवगंगा, काशी विश्वनाथ, बनारस-नई दिल्ली सुपरफास्ट, और जन शताब्दी एक्सप्रेस, विभिन्न दिशाओं के लिए चलती हैं। इस स्टेशन से प्रतिदिन 35 से 40 हजार यात्री आते-जाते हैं। इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों के बावजूद पार्किंग संचालकों की अवैध वसूली और मनमानी की शिकायतें पहले भी मिलती रही थीं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था। खबर प्रकाशित होने के बाद रेलवे प्रशासन हरकत में आया।
पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों के अनुसार एक जांच कमेटी गठित की गई और ठेके को निरस्त करते हुए दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। आश्वासन दिया कि, यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी, और भविष्य में ऐसी मनमानी न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। यात्रियों ने इस कार्रवाई का स्वागत करते हुए रेलवे से पार्किंग व्यवस्था में और सुधार की मांग की है।

