वाराणसी : डोंगल वापसी पर उठे सवाल, ग्राम पंचायत सचिवों के आंदोलन और संगठन की रणनीति पर संशय”
वाराणसी। पंद्रह सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे ग्राम पंचायत सचिवों की रणनीति पर उस समय सवाल खड़े हो गए, जब भुगतान कार्य न करने के संकेत के रूप में जमा किए गए डोंगल अगले ही दिन वापस ले लिए गए। सचिवों के इस कदम ने न केवल प्रशासन बल्कि क्षेत्र में भी चर्चाओं को जन्म दे दिया है।
सोमवार को ग्राम पंचायत सचिवों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तेज करते हुए एडीओ पंचायत कार्यालय में डोंगल जमा कर दिए थे। इसके पीछे उद्देश्य यह था कि ग्राम पंचायत से जुड़े भुगतान कार्य पूरी तरह ठप किए जाएं, ताकि सरकार और प्रशासन पर दबाव बनाया जा सके। हालांकि, मंगलवार को सभी सचिवों ने अपने-अपने डोंगल वापस ले लिए, जिससे आंदोलन की गंभीरता और एकजुटता पर सवाल उठने लगे।
सूत्रों की मानें तो संगठन के निर्देशों के बावजूद कुछ सचिवों द्वारा खातों से धन निकासी किए जाने की जानकारी सामने आई। यह मामला जब उच्च अधिकारियों तक पहुंचा तो संगठन की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ा। बताया जा रहा है कि इसी वजह से संगठन ने जल्दबाजी में डोंगल वापस लेने का निर्णय लिया, ताकि आगे किसी प्रकार की कार्रवाई या विवाद से बचा जा सके।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर संगठन के भीतर भी असमंजस की स्थिति बताई जा रही है। वहीं, एडीओ पंचायत कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि डोंगल वापस लेने का वास्तविक कारण क्या रहा, यह ग्राम पंचायत सचिव ही स्पष्ट कर सकते हैं। डोंगल वापसी के बाद आंदोलन की दिशा और भविष्य की रणनीति को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।

