वाराणसी में वक्फ संशोधन विधेयक 2025 को लेकर अलर्ट, तगड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुई नमाज, पुलिस ने किया फ्लैग मार्च

वाराणसी। लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पारित होने के बाद पहले शुक्रवार की नमाज को देखते हुए तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जुम्मे की नमाज संपन्न हुई। पुलिस के ओर से संवेदनशील इलाकों में सतर्कता बढ़ाते हुए विभिन्न रूटों पर फ्लैग मार्च किया गया। पुलिस ने गश्त तेज करते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति को रोका जा सके। इस दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस फ़ोर्स तैनात रही। छतों से और ड्रोन से निगरानी की गई।
एडीसीपी (काशी जोन) सरवणन टी ने सुरक्षा को लेकर बताया कि संवेदनशील स्थानों पर पुलिस की तैनाती बढ़ाई गई है। रूट मार्च और कड़ी निगरानी के जरिए आम जनता में सुरक्षा और सुकून का माहौल बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले शुक्रवार के मद्देनजर पुलिस पूरी तरह से सतर्क है ताकि किसी भी तरह की अफवाह या भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो।
इसके अलावा, सोशल मीडिया पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी असामाजिक तत्व भ्रामक जानकारी फैलाकर माहौल को खराब करने की कोशिश न करे। पुलिस ने शहर के प्रमुख मार्गों और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर मुस्लिम समुदाय में आक्रोश
वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक 2025 को लेकर मुस्लिम समुदाय में नाराजगी देखने को मिल रही है। जामा मस्जिद में नमाज अदा करने आए जीशान नामक व्यक्ति ने कहा कि यह बिल सिर्फ एक समुदाय पर लागू नहीं होना चाहिए, बल्कि सभी समुदायों के लिए समान रूप से लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने इसे राजनीतिक तुष्टिकरण से प्रेरित बताया और कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए यह बिल लाया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि कई बिल पहले भी वापस लिए गए हैं, और समय आने पर यह बिल भी वापस हो सकता है। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने भी इसे लेकर अपनी असहमति जाहिर की और इसे भेदभावपूर्ण बताया।
शहर में शांति बनाए रखने की अपील
प्रशासन और स्थानीय धार्मिक नेताओं ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि जनता को किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं देना चाहिए और किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की तुरंत सूचना प्रशासन को देनी चाहिए।