वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ने लागू की नई व्यवस्था, जानिए क्या है '10 चौराहा-10 दारोगा' और '50 चौराहा 750 यातायात मित्र' सिस्टम

वाराणसी। वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने यातायात लाइन सभागार में एक जरूरी बैठक की। इसमें शहर में यातायात को आसान बनाने, कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और लोगों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई बड़े कदमों की घोषणा की गई। बैठक में अपर पुलिस आयुक्त एस. चन्नप्पा, राजेश कुमार सिंह, सभी पुलिस उपायुक्त, थाना प्रभारी और अन्य अधिकारी शामिल थे।
शहर में जाम की समस्या को खत्म करने और यातायात को सुचारू करने के लिए पुलिस आयुक्त ने ये फैसले लिए:
यातायात-मित्र योजना (50 चौराहे-750 यातायात मित्र): शहर के 50 बड़े चौराहों पर 15-15 स्थानीय दुकानदारों और निवासियों को "यातायात-मित्र" बनाया जाएगा। ये लोग जाम की खबर देंगे और उसे हल करने के लिए सुझाव देंगे।
मासिक बैठक: यातायात-मित्रों के साथ हर महीने थाने में बैठक होगी ताकि यातायात को और बेहतर किया जा सके।
10 चौराहों पर पुलिस की तैनाती (10 चौराहा-10 दारोगा): 10 मुख्य चौराहों पर यातायात को ठीक रखने के लिए पुलिस उप-निरीक्षक तैनात होंगे। ये चौराहे और उनके जिम्मेदार अधिकारी हैं:
- गोदौलिया - विशाल विक्रम सिंह
- रथयात्रा - रोहित त्रिपाठी
- रामापुरा - क्रमवीर राय
- मैदागिन - जितेंद्र कुमार
- मलदहिया - प्रशांत शिवहरे
- मालवीय गेट बी.एच.यू. - सौरभ कुमार तिवारी
- लहरतारा - अतहर अली
- पांडेयपुर - आदित्य सेन सिंह
- गिलट बाजार - जमुना प्रसाद तिवारी
- भोजूबीर तिराहा - आशुतोष तिवारी
सख्ती से कार्रवाई: सड़कों पर अतिक्रमण, गलत पार्किंग और यातायात नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसके लिए नियमित जांच होगी।
अपराध रोकने और सुरक्षा के लिए निर्देश
पुलिस आयुक्त ने अपराध को कम करने और लोगों की सुरक्षा के लिए ये कदम उठाए:
पुलिस के व्यवहार की जांच: 5 लोगों की एक टीम बनाई गई है, जिसमें होमगार्ड, कर्मचारी और फॉलोअर होंगे। यह टीम थानों में जाकर देखेगी कि पुलिस आम लोगों और शिकायत करने वालों के साथ कैसा व्यवहार करती है।
अवैध प्रवासियों की जांच: संदिग्ध रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की जांच के लिए थाना स्तर पर टीमें बनेंगी।
दुकानदारों से बातचीत: थाना प्रभारी और सहायक पुलिस आयुक्त हर हफ्ते व्यापार मंडल के साथ बैठक करेंगे ताकि दुकानदारों की समस्याएं सुनी जाएं।
गौ तस्करी पर रोक: गौ तस्करों के पूरे नेटवर्क की गहरी जांच होगी। उनके मुख्य सरगना को पकड़कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई: जुआ, सट्टा, अवैध हुक्का बार और गलत काम करने वालों के खिलाफ गैंगस्टर और गुंडा एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई होगी।
बड़े अपराधियों पर नजर: संगठित अपराध करने वालों को माफिया घोषित कर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।
मामलों का जल्द निपटारा: पुराने केस जल्दी और अच्छे से निपटाए जाएंगे। इसके लिए समय सीमा तय होगी।
पुलिसकर्मियों की रैंकिंग: उप-निरीक्षकों का काम देखा जाएगा, जैसे कि वे केस कैसे निपटाते हैं, लोगों से कैसा व्यवहार करते हैं, और अपराधों को कैसे रोकते हैं।
अपराधियों पर नजर: बार-बार अपराध करने वालों की लिस्ट बनाई जाएगी और उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
पुलिसकर्मियों को जागरूक करने का आदेश
पुलिस आयुक्त ने थाना प्रभारियों को कहा कि वे अपने थाने में नियमित बैठक करें और सभी पुलिसकर्मियों को चल रहे अभियानों और बड़े अधिकारियों के निर्देशों के बारे में बताएं। इससे पुलिस का काम और बेहतर होगा।
बैठक में और क्या हुआ?
बैठक में यातायात, अपराध रोकने और लोगों की सुरक्षा जैसे कई मुद्दों पर विस्तार से बात हुई। बड़े अधिकारियों ने यातायात प्रबंधन, अपराधियों पर कार्रवाई, पुराने अपराधियों की निगरानी, जन शिकायतों (IGRS), सीएम डैशबोर्ड और पुलिसकर्मियों के काम के मूल्यांकन पर प्रेजेंटेशन दिए। सभी अधिकारियों ने इन निर्देशों को जल्द लागू करने का वादा किया।
वाराणसी पुलिस का संकल्प
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा कि वाराणसी पुलिस शहरवासियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए पूरी तरह समर्पित है। यातायात-मित्र जैसे नए कदमों से लोगों की मदद लेकर शहर को और सुरक्षित और व्यवस्थित बनाया जाएगा। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों से इन निर्देशों को गंभीरता से लागू करने और लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने को कहा।