वाराणसी : 50 से अधिक सपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा, बिजली निगम कार्यालय पर गेट तोड़ने का आरोप
वाराणसी। बिजली दरों में बढ़ोतरी और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर बड़ा आरोप लगा है। गुरुवार को भिखारीपुर स्थित बिजली निगम परिसर में हुए हंगामे के मामले में 50 सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ चितईपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई अवर अभियंता अमित कुमार सिंह की तहरीर पर की गई, जिन्होंने इस संबंध में अधीक्षण, अधिशासी अभियंता और अन्य अधिकारियों को भी जानकारी दी थी।
गुरुवार दोपहर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में बिजली निगम कार्यालय पहुंचे। वे बिजली दर वृद्धि, निजीकरण सहित सात सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। सुरक्षा कर्मियों द्वारा उन्हें मुख्य गेट पर रोकने का प्रयास किया गया, जिस पर कार्यकर्ताओं और सुरक्षाकर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
अवर अभियंता की तहरीर के मुताबिक, प्रदर्शन की सूचना पहले से थी, इसलिए मेन गेट को बंद करा दिया गया था। दोपहर करीब 12 बजे मुख्य अभियंता (प्रशासन) ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे थे, लेकिन सपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें कोई ज्ञापन नहीं सौंपा और वह बिना ज्ञापन लिए लौट गए। इसके बाद प्रदर्शनकारी और उग्र हो गए और गेट को जोर-जोर से धक्का देने लगे। सुरक्षाकर्मियों और अधिशासी अभियंता द्वारा समझाने की कोशिशों के बावजूद कार्यकर्ताओं ने गेट पर धक्का देना जारी रखा, जिससे गेट की कुंडी टूट गई और प्रदर्शनकारी जबरन परिसर के अंदर घुस आए।
इस दौरान परिसर में नारेबाजी और हंगामा किया गया। अवर अभियंता ने पूरे घटनाक्रम का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सौंपा है। चितईपुर थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि अवर अभियंता की तहरीर पर करीब 50 अज्ञात सपा कार्यकर्ताओं (महिला एवं पुरुष) के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। यह घटना बिजली निगम परिसर की सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रही है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्रदर्शनकारियों की पहचान कर कार्रवाई करेगी।

