वाराणसी : एनजीटी की टीम ने टेंट सिटी संचालकों से मांगा एनओसी, 20 बिंदुओं पर देना होगा जवाब

वाराणसी। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) की ओर से गठित टीम ने टेंट सिटी का निरीक्षण किया। इस दौरान गंगा की पारिस्थितिकी पर इसके प्रभाव व दुष्प्रभाव का आंकलन किया। टीम ने टेंट सिटी संचालकों से नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा (एनएमसीजी) से मिले अनापत्ति प्रमाणपत्र मांगा। साथ ही 20 बिंदुओं पर जवाब देने को कहा। स्थानीय प्रशासन व प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय के अधिकारियों से भी सवाल-जवाब किए गए। टेंट सिटी से गंगा के पारिस्थितिकी पर दुष्प्रभाव के आरोपों की जांच करने के लिए टीम पहुंची थी।
सदस्यों ने टेंट सिटी में कूड़ा निस्तारण, मल-जल निस्तारण समेत अन्य बिंदुओं के बाबत जवाब मांगा है। इसके अलावा गंगा तट पर बने कार्बन फुट प्रिंट से लगायत प्रदूषण के अन्य कारकों से जलीय जंतुओं के जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों से उनके बचाव के संबंध में किए गए उपायों के बारे में भी पूछताछ की। टेंट सिटी के सामने गंगा जल का सैंपल लिया और इसके जांच के लिए क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय के साथ ही राज्य सिंचाई व जल संसाधन विभाग को निर्देश दिया।
इसके पूर्व अधिकारियों की टीम ने भेलूपुर स्थित क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय में बैठक की। इस दौरान टेंट सिटी के चलते पैदा होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर विशेषज्ञों संग चर्चा की। लगभग दो घंटे के बाद अधिकारियों का दल टेंट सिटी पहुंचा। वहां टेंट सिटी का संचालन करने वाली अहमदाबाद की कंपनी प्रवेज और कटेसर रामनगर की निराल के अधिकारियों से पूछताछ की।
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