वाराणसी: काम में दिखाई लापरवाही, नगर निगम ने दिखाई सख्ती, नगर आयुक्त ने कई अधिकारियों का रोका वेतन
- जोनल स्वच्छता अधिकारी से मांगा गया स्पष्टीकरण
- वृक्षारोपण कार्यक्रम में लापरवाही पर उद्यान अधीक्षक का वेतन रोका गया
- दो कर्मचारी निलंबित, एक की सेवा समाप्त
वाराणसी। नगर निगम ने कार्य में लापरवाही और जिम्मेदारियों का सही ढंग से निर्वहन न करने पर कड़ा रुख अपनाया है। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने 29 सितंबर को आयोजित "एक पेड़ मां के नाम" वृक्षारोपण कार्यक्रम में मानकों के अनुरूप कार्य न करने और गड्ढों की खुदाई में लापरवाही बरतने के कारण उद्यान अधीक्षक डॉ. वी.के. सिंह का वेतन अगली सूचना तक रोकने का आदेश दिया है। इसके अलावा, उद्यान विभाग में कार्यरत माली अरविंद और ट्रैक्टर चालक विजय नारायण को निलंबित कर दिया गया है, जबकि आउटसोर्सिंग माली सुरेंद्र की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
साथ ही, सोमवार को हुई स्मार्ट सिटी समीक्षा बैठक में महापौर ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पर नाराजगी व्यक्त की। समय पर सफाई न होने के कारण नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार को उनके मूल विभाग में वापस भेजने के निर्देश दिए गए, जिसके अनुसार नगर आयुक्त ने शासन को इसकी सूचना दे दी है। जोनल स्वच्छता अधिकारी गजेंद्र सिंह से भी कार्य में लापरवाही पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
समीक्षा बैठक में यह भी सामने आया कि कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों के लिए डीजल आपूर्ति की पत्रावली में दो महीने से देरी हो रही थी, जिसके कारण कूड़ा उठाने में बाधा आई। इस लापरवाही के लिए डीजल पंप के लिपिक अली अब्बास को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
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