वाराणसी : एक साथ उठा मां और चार बच्चों का जनाजा, मिट्टी देने आए साथी की सदमे से मौत, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर हादसे में खत्म हो गया सिपाही का परिवार

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वाराणसी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में यूपी पुलिस के कॉन्स्टेबल जावेद अशरफ सिद्दीकी की पत्नी और चार बच्चों के जनाजा में लोहता आए उनके दोस्त की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह एक साथ पांच जनाजा का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सके। मौके पर ही उनकी तबीतय बिगड़ी। उन्हें भीड़ से हटाया गया, लेकिन तब तक उनकी सांसें थम गईं। उनकी पहचान आजमगढ़ के कोहड़ा निवासी मोहम्मद शब्बू (55 वर्ष) के रूप में हुई है।

आजमगढ़ में कॉन्स्टेबल जावेद जिस किराया के मकान में रहते हैं, शब्बू उसी के पड़ोस में रहते हैं। जावेद के बच्चे उन्हें मामू कहते थे। इसी नाते वह बच्चों की मौत की खबर सुनकर उनके जनाजा में आए थे। जनाजा को कांधा देने और कब्र पर मिट्‌टी डालने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई।

उसके पहले जावेद अशरफ की पत्नी और चारों बच्चों का पोस्टमॉर्टम के बाद सभी का शव पैतृक गांव वाराणसी के लोहता लाया गया। यहां गुरुवार की दोपहर जोहर की नमाज के बाद सभी के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। एक साथ पांच जनाजा उठा तो पूरा गांव गमगीन हो गया। जनाजा को कंधा देने के लिए बड़ी संख्या में रिश्तेदार और गांव के लोग शामिल हुए।

कॉन्स्टेबल जावेद सिद्दीकी के घर से उनकी पत्नी चांदनी उर्फ गुलफ्शां (30 साल), तीन बेटियां इस्मा (4 साल), इलमा (6 साल) और समरीन (12 साल), और बेटा जियान (10 साल) का शव एक साथ निकला। सभी की नमाज-ए-जनाजा हुई। पैतृक जमीन पर कब्र बनाई गई थी। दोपहर करीब 3 बजे पांचों शव को बारी-बारी से सुपुर्द-ए-खाक किया गया।

एक घर से एक साथ पांच जनाजे उठे तो मासूम बच्चो के शव देखकर परिजन बेहाल दिखे। हर किसी की आंख में आंसू थे। शव को मिट्‌टी देने के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही। वहीं बच्चों पिता समेत कई परिजन बेसुध हो गए। हादसे में वैगनआर में सवार सिपाही का पूरा परिवार खत्म हो गया। उसकी पत्नी, तीन बेटियों और एक बेटे की मौत हो गई थी।


दरअसल, वाराणसी के लोहता के रहने वाले कॉन्स्टेबल जावेद अशरफ सिद्दीकी की पत्नी और चार बच्चे बुधवार को वैगनआर कार से लखनऊ जा रहे थे। रास्ते में बाराबंकी में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से होकर गुजरते समय दोपहर करीब ढाई बजे भीषण सड़क हादसा हो गया।

एक्सप्रेस-वे पर खड़ी वैगनआर को ब्रेजा कार ने पीछे से टक्कर मार दी। इससे दोनों गाड़ियों में आग लग गई। वैगनआर में सवार सिपाही का पूरा परिवार खत्म हो गया। पत्नी, तीन बेटियों और एक बेटे की मौत हो गई। लाशें एक्सप्रेस-वे पर बिखर गई थीं।

मौके पर पहुंचे फायर कर्मियों ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक दोनों गाड़ियां पूरी तरह जल गई थीं। वैगनआर में CNG सिलेंडर था, इससे आग भड़क उठी। ब्रेजा कार दिल्ली और वैगनआर गाजियाबाद के नंबर पर रजिस्टर्ड है।

वाराणसी निवासी सिपाही जावेद अशरफ सिद्दीकी यूपी पुलिस में हैं। उनकी तैनाती इस समय आजमगढ़ में है। बुधवार को जावेद का परिवार वैगनआर से मऊ से लखनऊ आ रहा था। कार में उनकी पत्नी, तीन बेटियां और बेटा सवार थे।

कार चांदनी का भाई जीशान चला रहा था, वह मऊ में घोसी थाना क्षेत्र के फूलपुर का रहने वाला है। हादसे में जीशान घायल हुआ, बाकी सभी की मौत हो गई। वहीं, ब्रेजा सवार दिल्ली के दक्षिणपुरी निवासी चार लोगों की हालत भी नाजुक है। 

18 दिन पहले पिता की मौत हुई थी, उनकी ही कब्र के पास दफनाए गए सभी
सिपाही जावेद अशरफ सिद्दीकी के पिता की मौत 18 दिन पहले ही हुई थी। वह यूनियन बैंक में कैशियर पद से रिटायर हुए थे। पिता मंजाद खान हार्ट अटैक से मौत हुई थी। उन्हें भी इसी जगह पर कब्र में दफन किया गया था। दादा की कब्र के पास ही पोता-पोती और बहू को सुपुर्दे-ए-खाक किया गया।

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