वाराणसी : बंदरों का खौफ, तीन घंटे तक नहीं खुल सका पशुचिकित्सालय का ताला, एंबुलेंस में बैठकर ताला खोलने गए कर्मचारी
वाराणसी। बंदरों के खौफ के चलते चिरईगांव पशुचिकित्सालय के चैनल गेट का ताला तीन घंटे तक नहीं खुल सका। पशुपालन विभाग के कर्मचारियों को काफी मशक्कत के बाद एम्बुलेंस में बैठकर गेट का ताला खोलना पड़ा। इस दौरान एक बंदर का बच्चा चैनल के अंदर फंस गया था, जिसके कारण बंदरों का झुंड आक्रामक हो गया और गेट के पास से हटने को तैयार नहीं था।
पशुचिकित्सक डॉ. आरए चौधरी ने बताया कि सुबह आठ बजे जब कर्मचारी चिकित्सालय खोलने पहुंचे, तो वहां बड़ी संख्या में बंदर एकत्र थे। बंदर कर्मचारियों पर काटने को दौड़ रहे थे, जिससे ताला खोलना मुश्किल हो गया। बंदरों को पकड़ने के लिए वन विभाग से संपर्क किया गया, लेकिन वन विभाग ने स्पष्ट रूप से इंकार करते हुए कहा कि यह उनका काम नहीं है और नगर निगम से संपर्क करने को कहा।
इसके बाद पशुचिकित्सक ने नगर निगम को सूचित किया। नगर निगम की टीम ने मौके पर पहुंचकर सात बंदरों को पकड़ा और उन्हें अपने साथ ले गई। डॉ. चौधरी ने बताया कि बंदर का बच्चा चैनल से निकलने के बाद ही झुंड वहां से हटा, जिसके बाद चिकित्सालय का कामकाज शुरू हो सका। इस घटना से पशुपालन विभाग के कर्मचारी लगभग तीन घंटे तक परेशान रहे।

