वाराणसी : संस्थागत प्रसव में फिसड्डी होने पर मिसिरपुर सीएचसी अधीक्षक को प्रतिकूल प्रविष्टि, आराजीलाइन और चोलापुर के प्रभारियों से मांगा स्पष्टीकरण
वाराणसी। जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की मासिक समीक्षा बैठक सोमवार को विकास भवन सभागार में हुई। सीडीओ हिमांशु नागपाल ने जननी सुरक्षा योजना, संस्थागत प्रसव, प्रसव पूर्व जांच, बच्चों के सम्पूर्ण टीकाकरण, आयुष्मान भारत योजना, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, आयुष्मान भारत– हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की प्रगति की समीक्षा की। संस्थागत प्रसव की खराब स्थिति पर मिसिरपुर सीएचसी अधीक्षक को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की। वहीं आराजीलाइन, मिसिरपुर व चोलापुर स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों से स्पष्टीकरण मांगा।
समीक्षा में पिछले माह के सापेक्ष इस माह के लक्ष्य में प्रथम तिमाही में कम पंजीकरण था। इस पर तीनों अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया। सभी ब्लॉक के नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि संचालित कार्यक्रमों के प्रगति रिपोर्ट की जानकारी रखें और नियमित मॉनिटरिंग व समीक्षा करते रहें। जननी सुरक्षा योजना के समयानुसार शत-प्रतिशत भुगतान को लेकर सीडीओ ने मिसिरपुर सीएचसी, सेवापुरी पीएचसी के प्रभारी एवं डीडीयू चिकित्सालय पाण्डेयपुर, जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा और एलबीएस चिकित्सालय रामनगर के अधीक्षक को निर्देशित किया। लक्ष्य के सापेक्ष संस्थागत प्रसव को भी पूरा किया जाए। अगले माह संस्थागत प्रसव में प्रगति न आने पर मिसिरपुर सीएचसी के अधीक्षक को प्रतिकूल प्रविष्टि दिये जाने का निर्देश दिया। साथ ही इसको गंभीरता से न लेने पर वेतन रोके जाने की चेतावनी दी। कहा कि नगरीय पीएचसी पर सिजेरियन प्रसव बढ़ाया जाए। सभी सरकारी चिकित्सा इकाइयों में हो रहे प्रसव की रिपोर्ट को मंत्रा पोर्टल पर समय से अपलोड करें। महिला व पुरुष नसबंदी को लेकर ब्लॉकवार दिये गए अपेक्षित लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करें। महिला नसबंदी के लिए प्रत्येक ब्लॉक को एक माह में 100 महिला नसबंदी का लक्ष्य दिया जाए, इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
सीडीओ ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम को लेकर विशेष अभियान चलाया जाए। दीपावली के बाद एनीमिया (खून की कमी) जागरुकता को लेकर यह अभियान 20 नवंबर से शुरू किया जाए। सभी किशोरी बालिकाओं को चिन्हित कर उन्हें चिकित्सीय व स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जाए। सभी स्कूलों में बच्चों व किशोर-किशोरियों के बेहतर स्वास्थ्य को लेकर अभियान चलाया जाए। सीडीओ ने सभी 225 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर हो रही ओपीडी को बढ़ाने और सभी सेंटर पर कम से कम 10 मरीजों को टेली कंसल्टेशन की सुविधा प्रदान कराने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सीएचसी व पीएचसी पर मानक के अनुरूप समस्त दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखें, ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो। सभी सीएचसी, पीएचसी, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, स्वास्थ्य उप केन्द्रों पर आवश्यक मूलभूत आधार संबंधी सुविधाओं को शत-प्रतिशत पूरा करना सुनिश्चित करें। समस्त कार्यक्रमों के प्रगति की सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के समस्त एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ व अन्य अधिकारी, आईसीडीएस विभाग के डीपीओ, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं अन्य अधिकारी, पार्टनर संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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