वाराणसी: सोमवार से शुरू हो रहा महाकुंभ, फील्ड पर उतरे अधिकारी, बैठक कर विभागों से व्यवस्थाओं का लिया जायजा, अलर्ट रहने के दिए निर्देश
बनारस में कही भी नजर न आए जाम: मंडलायुक्त
सड़क पर कोई अनफिट वाहन दौड़ते नहीं नजर आए: मंडलायुक्त
वाराणसी। आगामी महाकुंभ 2025 की तैयारियों के संबंध में पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में कमिश्नरी सभागार में शनिवार को बैठक की गई। इस बैठक में वाराणसी के विभिन्न विभागों के अधिकारियों से महाकुंभ के लिए उनकी तैयारियों की विस्तृत जानकारी ली गई। इस समीक्षा बैठक में जहां अधिकतर विभागों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं, वहीं कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अधिकारियों ने तत्परता से काम करने का आश्वासन दिया।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को कोई भी असुविधा न हो, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने की योजना बनाई। इसके तहत नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग और परिवहन विभाग समेत विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने विभागों की तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया।
नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और विद्युत विभाग की टीमों ने महाकुंभ के दौरान क्षेत्र में नियमित रूप से कैंप आयोजित करने की योजना बनाई है, जिससे किसी भी समस्या का तत्काल समाधान किया जा सके। इसके साथ ही, बसों, ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा और नावों के किराये के निर्धारण और भिक्षावृत्ति तथा प्लास्टिक मुक्त शहर के लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
सड़कों पर लगाए जाएं यातायात संकेतक
मंडलायुक्त ने महाकुंभ के लिए प्रमुख सड़कों के निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया। उन्होंने लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की और बताया कि सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जा चुका है। इसके अलावा, निर्माणाधीन छह सड़कों पर कार्य तीव्र गति से चल रहा है। मंडलायुक्त ने इन सड़कों के चौड़ीकरण और कैरिजवे की मरम्मत का निर्देश दिया, ताकि यातायात सुचारू रूप से चलता रहे।
साथ ही, उन्होंने यातायात संकेतकों और जेब्रा लाइनों के मामले में भी लोकनिर्माण विभाग को निर्देश दिया कि 25 प्रमुख स्थानों पर संकेतक लगाए जाएं और 34 स्थानों पर जेब्रा लाइन बनाई जाए। यह कार्य रात तक पूरा करने का आदेश दिया गया।
ब्लैक स्पॉट्स चिन्हित कर दुर्घटनाओं की रोकथाम के दिए गए निर्देश
विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ मिलकर मंडलायुक्त ने सड़क पर दुर्घटनाओं वाले स्थानों और ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की। उन्होंने सड़क पर इन खतरनाक स्थानों को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया। परिवहन विभाग को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के साथ मिलकर इन ब्लैक स्पॉट्स को तत्काल सुधारने के निर्देश दिए गए।
पुलिस कमिश्नर ने अस्थायी बस अड्डों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सके। उन्होंने सार्वजनिक स्थानों पर सभी वाहनों की फिटनेस जांच को भी सुनिश्चित करने की बात की ताकि महाकुंभ के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
यात्रियों की सुविधाओं के लिए चौराहों पर बनाए गए हेल्पडेस्क
पर्यटन विभाग के उप निदेशक ने महाकुंभ के दृष्टिगत प्रमुख चौराहों पर हेल्पडेस्क स्थापित करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नौ प्रमुख स्थानों पर हेल्पडेस्क बनाए गए हैं, जहां श्रद्धालुओं को आवश्यक जानकारी और सहायता प्रदान की जाएगी। इन हेल्पडेस्कों पर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को सक्रिय रहने के लिए निर्देशित किया गया।
इसके अलावा, परिवहन विभाग ने अस्थायी बस अड्डों पर यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए पानी, मोबाइल टॉयलेट, कॉटेज, कंबल और रज़ाई जैसी आवश्यक व्यवस्थाओं की योजना बनाई है। रोडवेज अधिकारियों ने बताया कि बसों की सूची जारी कर दी गई है और रैनबसेरे भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उपलब्ध कराए गए हैं।
अलर्ट पर स्वास्थ्य विभाग, 300 राहत मित्र तैनात
स्वास्थ्य विभाग ने महाकुंभ के दौरान आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए पूरी तैयारी की है। विभाग को सभी स्वास्थ्य केंद्रों में चार बेड आरक्षित रखने और प्रमुख रेलवे स्टेशनों, घाटों पर एम्बुलेंस सेवाओं को सक्रिय रखने के लिए निर्देश दिए गए।
निजी अस्पतालों को भी आपातकालीन सेवाओं के लिए तत्पर रहने के लिए कहा गया। इसके अलावा, एडीएम एफआर वंदिता श्रीवास्तव ने आपदा ट्रेनिंग के तहत 300 राहत मित्रों की नियुक्ति की जानकारी दी, जो आपात स्थिति में मदद प्रदान करेंगे।
घाटों पर लगाए जाएं फ्लोटिंग जेटी और डीप वाटर बैरिकेड्स: मंडलायुक्त
मंडलायुक्त ने घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नगर निगम और जल पुलिस को निर्देश दिया कि वे प्रमुख घाटों पर फ्लोटिंग जेटी और डीप वाटर बैरिकेड्स लगाए। इसके साथ ही, सभी घाटों पर खोया-पाया केंद्र स्थापित करने का भी निर्देश दिया गया।
जल पुलिस को सीटी के साथ जल पुलिस लिखे जैकेट देने और गंगा में साबुन, शैंपू के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई, ताकि गंगा जल की शुद्धता बनी रहे।
शहर में स्वच्छता के लिए लगाए गए 700 अतिरिक्त कर्मचारी
नगर निगम ने शहर के प्रमुख क्षेत्रों में सफाई अभियान को तेज किया है। अपर नगर आयुक्त दुष्यंत मौर्य ने बताया कि 700 अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों की तैनाती की गई है और रात्रीकालीन सफाई भी की जा रही है। इसके अलावा, घाटों पर तीन शिफ्टों में सफाई की जा रही है।
प्लास्टिक मुक्त अभियान को लेकर भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। अपर नगर आयुक्त सविता यादव ने बताया कि अब तक 650 टन प्लास्टिक जब्त किया गया है और एक लाख निःशुल्क झोला वितरित किए गए हैं।
13 स्थायी और 19 अस्थायी रेन बसेरे बनाये गए
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि 13 स्थायी और 19 अस्थायी रैनबसेरे बनाए गए हैं, और 15 अन्य अस्थायी रैनबसेरे क्रियाशील किए गए हैं, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को आश्रय मिल सके।
महाकुंभ के दौरान गंगा नदी में नाव संचालन की सुरक्षा के लिए भी खास इंतजाम किए गए हैं। पुलिस विभाग ने नावों में सेफ्टी जैकेट और किराये की दरों के निर्धारण के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं।
अधिकारियों ने परखी काशी विश्वनाथ मंदिर की व्यवस्था
बैठक के बाद, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा और जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने काशी विश्वनाथ मंदिर का निरीक्षण किया। उन्होंने मंदिर से लेकर गंगा घाट तक श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, अपर पुलिस आयुक्त वाराणसी कमिश्नरेट एस चिनप्पा, डीसीपी ट्रैफिक वाराणसी, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा और संबंधित विभागों के अधिकारी तथा पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।