वाराणसी : क्रिसमस का उल्लास, जर्मनी में सजेंगे काशी के खिलौने
वाराणसी। क्रिसमस के अवसर पर बनारस में बने खिलौने जर्मनी में सजेंगे। काशी में तैयार लकड़ी के सांता क्लॉज, एंजेल और क्रिसमस ट्री की विदेशों में डिमांड है। सबसे अधिक डिमांड क्रिसमस डॉल की है। इस बार करीब एक करोड़ के वूडेन क्रॉफ्ट विदेश निर्यात होने की उम्मीद है।
बनारस में हाथ से तैयार लकड़ी के खिलौनों की जर्मनी, आस्ट्रेलिया, कनाडा समेत अन्य देशों में है। ये खिलौने पर्यावरण के लिए अनुकूल होने के साथ ही कारीगरी और डिजाइन में भी बेहद उम्दा हैं। इन उत्पादों का उपयोग विशेष तौर पर वाल हैंगिंग और होम डेकोरेशन के लिए किया जाता है।
विदेशी बाजारों में बनारस के लकड़ी के खिलौनों की बढ़ती मांग से स्थानीय कारोबारियों और कारीगरों में खासा उत्साह है। क्रिसमस पर बनारस से चार से पांच कारोबारियों ने करीब एक करोड़ रुपये के वूडेन क्रॉफ्ट निर्यात किए हैं।

