वाराणसी : जितेंद्र सिंह विसेन पर इंजेक्शन अटैक, रात में पीछे से कंधे पर निडिल सिरिंज चुभोकर भागे हमलावर

वाराणसी। ज्ञानवापी मामले के पैरोकार और अखिल भारतीय वैदिक सनातन संघ के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र सिंह विसेन (Jitendra Singh Visen) पर दिल्ली में मंगलवार की रात निडिल-सिरिंज (needle-syringe) से हमला हुआ। हमलावार गुपचुप तरीके से पहुंचे और पीछे से उनके कंधे पर निडिल सिरिंज चुभोकर भाग निकले। इससे उनके कंधे में तेज दर्द और जलन होने लगी। उन्हें डा. राममनोहर लोहिया चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। डाक्टरों के अनुसार शरीर में इंजेक्शन के जरिये कोई वायरस डालने की कोशिश की गई होगी। हालांकि यह जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
जितेंद्र सिंह विसेन ने बताया कि रात में खाना खाने के बाद घर के सामने पार्क में टहल रहे थे। उसी दौरान अचानक पहुंचे हमलावरों ने पीछे से कंधे पर निडिल सिरिंग चुभो दिया। जिस स्थान पर सिरिंज चुभाई गई, वहां तेज दर्द और जलन होने लगी। वहां की स्किन भी सख्त हो गई है। जितेंद्र सिंह विसेन को कराहते सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। उन्हें पहले सरदार पटेल अस्पताल लेकर भागे। इसके बाद राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गए। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने दवा-पट्टी की और जरूरी जांचें भी कराईं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बॉडी में क्या लिक्विड इंजेक्ट किया गया था? इस मामले की शिकायत पुलिस से भी की है। पुलिस हमलावरों को पकड़ने और जांच में जुटी है।'
जितेंद्र सिंह विसेन की पत्नी किरन सिंह विसेन और अन्य की ओर से ज्ञानवापी(Gayanbapi) मामले में भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान समेत कई मुकदमे दायर किए गए हैं। इसके चलते कई बार इन्होंने अपने ऊपर हमले होने की आशंका जताई थी। इन्होंने कहा था कि उन्हें बार-बार मुकदमे से हटने के लिए डराया-धमकाया जा रहा है। इन पर श्रृंगार गौरी केस की चार वादिनी महिलाओं ने गाली-गलौज और मुकदमे की पावर ऑफ अटॉर्नी को सीएम को जबरन सौंपने का आरोप लगाया था। जितेंद्र सिंह विसेन के वकील शिवम गौर ने कहा कि पुलिस CCTV फुटेज खंगाल रही है। हमारी सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर नहीं है।
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