वाराणसी में बाढ़ और प्राकृतिक आपदा से बचाव की तैयार हुई रणनीति, डीएम ने बैठक कर अधिकारियों को दिए निर्देश
जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में काम को बेहद गंभीरता से लिया जाए और समस्त तैयारियों को समय से पूरा किया जाए। उन्होंने उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बाढ़ से प्रभावित और अति संवेदनशील गांवों का स्थलीय निरीक्षण करें और वहां की ग्राम स्तरीय समितियों की बैठक आयोजित करें।

सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जिलाधिकारी ने बाढ़ से बचाव के लिए चल रही निर्माणाधीन परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने की सलाह दी। इसके अलावा, प्रभावित क्षेत्रों को जोड़ने वाले संपर्क मार्गों को दुरुस्त करने की आवश्यकता भी जताई गई। बाढ़ के दौरान गौ आश्रय स्थलों में स्थित पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की योजना तैयार करने का निर्देश भी दिया गया।
प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के टीकाकरण और चारे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी प्रभावी कदम उठाए जाने की बात की गई। इसके अतिरिक्त, जिलाधिकारी ने चिकित्सा अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता शिविर लगाने और सामान्य बीमारियों से बचाव के लिए लोगों को शिक्षित करने का निर्देश दिया। साथ ही दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की भी बात की।
साथ ही, जिलाधिकारी ने कटान निरोधक कार्य, नालों की सफाई और अन्य प्रबंधों को समय से पूरा करने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग के अधिकारियों को जर्जर तारों को बदलने, ढीले तारों को ठीक करने और सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने के आदेश दिए। इसके साथ ही नावों की पर्याप्त संख्या और नाविकों की सूचीबद्ध करने के निर्देश भी जारी किए गए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित मदद पहुंचाई जा सके।

