वाराणसी : अवैध प्लाटिंग पर विकास प्राधिकरण की बड़ी कार्रवाई, 33 बीघा में अवैध प्लाटिंग कराया ध्वस्त
वाराणसी। विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने अवैध प्लाटिंग के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए एक ही दिन में व्यापक कार्रवाई की है। उपाध्यक्ष के निर्देशों के क्रम में प्राधिकरण की प्रवर्तन टीम ने जोन–1 से लेकर जोन–5 तक अभियान चलाकर कुल लगभग 33 बीघा क्षेत्रफल में विकसित की जा रही अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम, 1973 की सुसंगत धारा–27 के अंतर्गत की गई।
प्राधिकरण अधिकारियों के अनुसार, विकास प्राधिकरण क्षेत्र के अंतर्गत लगभग 200 अवैध प्लाट चिन्हित किए गए हैं, जिनके विरुद्ध चरणबद्ध तरीके से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान का उद्देश्य अवैध कॉलोनियों पर रोक लगाना और सुनियोजित शहरी विकास को सुनिश्चित करना है।

जोनवार कार्रवाई का विवरण
जोन-1 (वार्ड–शिवपुर) के अंतर्गत मौजा अहरक में जामा मस्जिद के पूर्व अज्ञात व्यक्ति द्वारा लगभग 4 बीघा भूमि में अवैध प्लाटिंग की जा रही थी। वहीं मौजा जमालपुर में संजय मोटेल के पास रंजीत सिंह द्वारा लगभग 5 बीघा क्षेत्र में बिना लेआउट स्वीकृति के प्लाटिंग विकसित की जा रही थी। दोनों स्थानों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई।

जोन-2 (वार्ड-सारनाथ) में मौजा उदयपुर और गोसाईपुर के अंतर्गत सबलू सिंह द्वारा 3 बीघा, सतीश सिंह द्वारा 1 बीघा तथा दिनेश पटेल, पप्पू सिंह और सतेंद्र मौर्य द्वारा संयुक्त रूप से 3 बीघा भूमि में अवैध प्लाटिंग की जा रही थी। कुल 7 बीघा क्षेत्र में की जा रही इस अवैध गतिविधि को ध्वस्त किया गया। जोन-3 (वार्ड-दशाश्वमेध) के अंतर्गत मौजा गंजारी (हरपुर) में गंजरी स्टेडियम से लगभग 5 किलोमीटर आगे रामनाथ पटेल द्वारा लगभग 4 बीघा क्षेत्र में बिना स्वीकृत लेआउट के प्लाटिंग की जा रही थी, जिस पर प्राधिकरण ने कार्रवाई की।
जोन-4 (वार्ड-नगवां) में मौजा सगहट के अंतर्गत राम विलास पटेल एवं अन्य द्वारा लगभग 7 बीघा क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग विकसित की जा रही थी, जिसे ध्वस्तीकरण के माध्यम से हटाया गया। जोन-5 (वार्ड-मुगलसराय) में मौजा अलीनगर, मुगलसराय रेलवे लाइन के पास कान्हा ड्रीम सिटी द्वारा लगभग 6 बीघा क्षेत्र में की जा रही अवैध प्लाटिंग पर भी बुलडोजर चला।
कार्रवाई के दौरान मौके पर सचिव डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा, अपर सचिव डॉ. गुडाकेश शर्मा, सहायक नगर नियोजक सौरभ जोशी, जोनल अधिकारी शिवाजी मिश्रा, प्रकाश कुमार, सौरभ देव प्रजापति, अवर अभियंता रोहित कुमार, आदर्श कुमार निराला, रविन्द्र प्रकाश तथा वर्तिका दूबे सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

