वाराणसी कैंट विधानसभा में आठ वर्षों का विकास, विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने गिनाईं उपलब्धियां, कहा – 2017 के बाद से विकसित हुआ प्रदेश 

saurabh
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वाराणसी। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के गौरवशाली आठ वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर वाराणसी कैंट विधानसभा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। इस मौके पर विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश बीमारू राज्यों की श्रेणी में आता था और इसकी तुलना बिहार से की जाती थी। उस समय चर्चा इस बात की होती थी कि अपराध दर किस राज्य में अधिक है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन सरकार ने प्रदेश में समग्र विकास किया है। आज उत्तर प्रदेश की तुलना गुजरात और महाराष्ट्र जैसे विकसित राज्यों से होने लगी है।

विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि एक समय था जब उत्तर प्रदेश को अपराध, भय, भूख, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के लिए जाना जाता था, लेकिन अब राज्य में विकास, रोजगार, सुरक्षा और शिक्षा की चर्चा होती है। वाराणसी कैंट विधानसभा का भी कुछ ऐसा ही हाल था। यहां हमेशा भाजपा जीतती रही, लेकिन जब प्रदेश में सपा और बसपा की सरकारें रहीं और केंद्र में कांग्रेस सत्ता में थी, तब वाराणसी और कैंट विधानसभा के विकास पर ध्यान नहीं दिया गया।

हालांकि, 2007 के बाद से वाराणसी में विकास कार्यों की गंगा-जमुना बहने लगी। पिछले आठ वर्षों में वाराणसी कैंट विधानसभा क्षेत्र में करीब 71 अरब रुपये के विकास कार्य किए गए हैं। इनमें से कुछ प्रमुख परियोजनाएं इस प्रकार हैं:

वाराणसी कैंट विधानसभा में प्रमुख विकास कार्य

1.    संपूर्णानंद स्टेडियम, सिगरा: 315 करोड़ रुपये की लागत से नवीनीकरण
2.    रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर: 186 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित
3.    काशी इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर: 173.54 करोड़ रुपये की लागत
4.    बहुमंजिला पार्किंग, गोदौलिया: 22 करोड़ रुपये में निर्मित
5.    लोक निर्माण विभाग द्वारा मार्ग निर्माण और चौड़ीकरण: 281.37 करोड़ रुपये
6.    बनारस रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण: 88 करोड़ रुपये की लागत
7.    फ्लाईओवर (कैण्ट, महमूरगंज, सामनेघाट): 144.55 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित
8.    मल्टी मॉडल टर्मिनल, रामनगर (बंदरगाह): 416 करोड़ रुपये
9.    काशी हिंदू विश्वविद्यालय में हुए कार्य: 10 अरब 37 करोड़ रुपये की लागत
10.    विकास प्राधिकरण द्वारा किए गए कार्य: 21.02 करोड़ रुपये

योजनाओं में जल आपूर्ति और पर्यावरण संरक्षण भी शामिल
•    भगवानपुर में 55 एमएलडी एसटीपी का निर्माण (308.09 करोड़ रुपये) नमामि गंगे योजना के तहत किया गया।
•    WTP भेलूपुर में सोलर पावर प्लांट का निर्माण (9.26 करोड़ रुपये) से अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा दिया गया।
•    इंदिरा नगर, नेवादा वार्ड में जल आपूर्ति योजना (21.03 करोड़ रुपये) से हजारों घरों में स्वच्छ जल आपूर्ति सुनिश्चित की गई।
•    घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए मिनी ट्यूबवेल अधिष्ठापन (16.73 करोड़ रुपये) की योजना पूरी की गई।

परिवहन और आधारभूत संरचना में बड़े बदलाव
•    वाराणसी कैंट से गोदौलिया तक रोपवे परियोजना (807 करोड़ रुपये) बन रही है, जिससे शहर में यातायात व्यवस्था सुगम होगी।
•    रेलवे क्रॉसिंग नंबर 4 पर अंडरपास निर्माण (8.18 करोड़ रुपये) और क्रॉसिंग नंबर 3 पर फुट ओवर ब्रिज (5.47 करोड़ रुपये) की परियोजनाएं स्वीकृत हो चुकी हैं।
•    मंडुआडीह चौराहे और भिखारीपुर तिराहे पर फ्लाईओवर स्वीकृत हो चुके हैं, जबकि सुंदरपुर और नरिया तिराहे पर फ्लाईओवर का प्रस्ताव विचाराधीन है।

पर्यटन और धार्मिक स्थलों का भी हुआ विकास
•    सामनेघाट पर घाट निर्माण (10.55 करोड़ रुपये) और रामनगर में शास्त्री घाट निर्माण (10.55 करोड़ रुपये) से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिला।
•    अस्सी घाट का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण (6 करोड़ रुपये) तथा संत रविदास घाट सहित अन्य घाटों का पुनर्निर्माण (8 करोड़ रुपये) किया गया।
•    हरिशचंद्र घाट पर श्मशान भवन का निर्माण (16.22 करोड़ रुपये) से अंतिम संस्कार की व्यवस्था को बेहतर बनाया गया।
•    संत कबीर प्राकट्य स्थल का पर्यटन विकास (6.53 करोड़ रुपये) किया गया, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी।

स्वास्थ्य और शिक्षा में महत्वपूर्ण सुधार
•    होमी भाभा कैंसर अस्पताल (सुंदरपुर): 1000 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित
•    पीएसी रामनगर में 200 बेड की बैरक निर्माण: 10.02 करोड़ रुपये
•    वाराणसी के अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों के सुधार पर निवेश: 15 अरब 60 करोड़ रुपये
•    शिक्षा के क्षेत्र में हुए बड़े कार्य: 4.52 करोड़ रुपये की लागत से कई स्कूलों और कॉलेजों में सुधार किया गया।

विधायक का संकल्प और जनता के प्रति आभार

विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि वह स्वयं को सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें एक ऐसे क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला, जहां संत कबीर दास की प्राकट्य स्थली, तुलसीदास जी की कर्मस्थली, और रानी लक्ष्मीबाई का बचपन बीता था। काशी हिंदू विश्वविद्यालय और प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का पैतृक आवास भी इसी क्षेत्र में स्थित है।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और वाराणसी कैंट विधानसभा की जनता के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा, "आपने मुझे सेवा का अवसर दिया, मैं माँ गंगा के समक्ष संकल्प लेता हूँ कि आपके प्यार और आशीर्वाद को पूरी निष्ठा से चुकाऊंगा।"

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विधायक के साथ भाजपा महानगर उपाध्यक्ष और कैंट विधानसभा संयोजक अभिषेक मिश्रा, वरिष्ठ भाजपा नेता अमित राय, सोशल मीडिया संयोजक कुशाग्र श्रीवास्तव, महामंत्री शिवम गुप्ता, प्रवीण त्रिपाठी, रत्नेश्वर मोदनवाल, शिवम पांडेय सहित कई अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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