वाराणसी: रहस्यमय परिस्थितियों में गंगा किनारे नाले में मिला युवक का शव, आपसी विवाद में हत्या की आशंका, मृतक के सिर पर मिले चोट के निशान
परिवार के अनुसार, बबलू सरोज रविवार शाम सुर्ती लेने के लिए घर से निकले थे, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटे। उनका शव ढाखा गांव के पास मिला, जहां ग्रामीण मुरारी निषाद ने परिजनों को सूचित किया। मौके पर पहुंचे परिवारजन शोक में डूब गए और गांववालों की भारी भीड़ जमा हो गई। एडीसीपी सरवन टी, डीसीपी वरुणा चंद्रकांत मीणा और एसीपी सारनाथ अतुल अंजान त्रिपाठी ने घटनास्थल का मुआयना किया।
मृतक के सिर पर हल्की चोट और खून के निशान मिले और जांच के लिए डॉग स्क्वॉड बुलाया गया। कुत्ता घटना स्थल से काफी दूर स्थित मोलनापुर के श्मशान घाट पर चक्कर लगाने के बाद वापस लौट आया, जिससे जांचकर्ताओं को मामले में कुछ और संकेत मिले। बबलू सरोज तीन भाइयों में सबसे बड़े थे और मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। उनके परिवार में पत्नी मीरा सरोज, दो बेटे शुभम (17) और शिवम (15) हैं। घटना के बाद पत्नी और मां का बुरा हाल हो गया है। परिवार ने बताया कि बबलू अक्सर ढाखा गांव के केशव निषाद के साथ समय बिताते थे। दोनों कभी-कभी शराब पीते और गंगा में मछली पकड़ने भी जाते थे। घटनास्थल से कुछ दूरी पर बबलू की साइकिल मिली, जिससे संदेह गहराया है।
आपसी विवाद के बीच हत्या की आशंका
गांव के लोगों के बीच चर्चा है कि घटना की रात बबलू और केशव के बीच विवाद हुआ होगा, जिसके बाद किसी ने बबलू के सिर पर वार कर दिया। हो सकता है कि इस संघर्ष के दौरान बबलू की मृत्यु हो गई, और शव को नाले के पास दलदल में छिपा दिया गया। फिलहाल, केशव घटना के बाद से घर से फरार है और पुलिस उससे पूछताछ करना चाहती है। पुलिस इस मामले में गहराई से जांच कर रही है और रहस्य से पर्दा उठाने की कोशिश में है।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।