वाराणसी :  बैंक ऋण वितरण बढ़ाकर CD रेशियो सुधारें,  डीएम ने दी सख्त हिदायत

नले
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वाराणसी। कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में जिला सलाहकार एवं समन्वय समिति (DLCC) की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। इसमें बैंकों के ऋण वितरण की समीक्षा की गई। डीएम ने मार्च में लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 57.01 फीसदी ऋण वितरण पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बैंक प्रतिनिधियों को सख्त हिदायत दी कि ऋण वितरण बढ़ाकर सीडी रेसियो सुधारें।  

बैठक के दौरान वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र अंतर्गत वार्षिक ऋण योजना में 112% की उपलब्धि पर संतोष जताया गया, वहीं मार्च 2025 में जिले का ऋण-जमा अनुपात (CD रेशियो) केवल 57.01% रहने पर जिलाधिकारी ने गहरी चिंता जताई और निर्देश दिया कि सभी बैंक सीडी रेशियो को बढ़ाने के लिए लाभार्थियों को अधिक से अधिक ऋण वितरित करें।

जिलाधिकारी ने विशेष रूप से निर्देशित किया कि किसानों और मत्स्य पालकों के लिए केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) बनवाने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। सहायक निदेशक मत्स्य को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि सभी इच्छुक पट्टेदार किसानों के गुणवत्तापूर्ण आवेदन एकत्र किए जाएं।

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत वाराणसी को प्रदेश में द्वितीय स्थान मिलने पर जिलाधिकारी ने बैंकों की सराहना की। बैठक में यह भी बताया गया कि सीसीएल लिंकेज, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जनपद एक उत्पाद योजना और ग्रामोद्योग रोजगार योजना में भी जिले ने लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त किया है।

नाबार्ड की प्रतिनिधि सोनिका राणा ने सुझाव दिया कि एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड योजना के तहत ऋण वितरण को प्राथमिकता दी जाए। वहीं, आरबीआई के अमित गुप्ता ने बताया कि सभी ब्लॉकों में कार्यरत वित्तीय साक्षरता केंद्रों (CAFL) के माध्यम से साइबर सुरक्षा, माइक्रो बीमा और वित्तीय जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, जिन्हें आरोह फाउंडेशन संचालित कर रहा है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल सहित यूनियन बैंक, भारतीय रिजर्व बैंक, नाबार्ड और अन्य बैंकों के वरिष्ठ प्रतिनिधि मौजूद रहे। बैठक का संचालन अग्रणी जिला प्रबंधक अविनाश अग्रवाल ने किया।

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