वाराणसी : रामायण और महाभारत की कथाओं पर हो सकती आधुनिक कोरियोग्राफी, असीमबंधु भट्टाचार्य ने रखे विचार
वाराणसी। बीएचयू के नृत्य विभाग, संगीत एवं मंचकला संकाय की ओर से एक दिवसीय व्याख्यान समारोह का आयोजन किया गया। इसमें विषय विशेषज्ञ गुरु पंडित असीमबंधु भट्टाचार्य ने 'Concepts behind Choreography' (कोरियोग्राफी के पीछे की अवधारणाएं) विषय पर व्याख्यान दिए। बताया कि रामायण और महाभारत की कथाओं पर बेहतरीन कोरियोग्राफी की जा सकती है।
विषय विशेषज्ञ गुरु पंडित असीमबंधु भट्टाचार्य का अंगवस्त्र, माला तथा स्मृति चिन्ह द्वारा सम्मान किया गया। उन्होंने विभिन्न प्राकृतिक तत्वों से संबंधित विषयों की कोरियोग्राफी पर भी अपने विचारों को व्यक्त किया, साथ ही कोरियोग्राफी के विभिन्न अर्थों से अवगत कराया। उन्होंने विभिन्न विषय जैसे- श्रीखंडी, मून स्ट्रोक, आदि अद्भुत कोरियोग्राफी की डॉक्यूमेंट्री भी सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। इसके अलावा घूंघरू की आवाज से संबंधित कोरियोग्राफी तथा नृत्य के माध्यम से संपूर्ण मंच के प्रयोग के विषय में जानकारी दी।
अंत में असीमबंधु भट्टाचार्य ने रामायण पर बैले की सुन्दर कोरियोग्राफी की झलक को सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में संकाय प्रमुख डॉ. संगीता पंडित, नृत्य विभागाध्यक्षा डॉ. विधि नागर, डॉ. दिपांविता सिन्हा रॉय, श्री प्रेमचन्द होम्बल, डा. रंजना उपाध्याय, डा. खिलेश्वरी पटेल, डॉ. माला होम्बल आदि उपस्थित रहे। संचालन डॉ. रंजना उपाध्याय और धन्यवाद ज्ञापन डा. खिलेश्वरी पटेल ने किया।
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