वारााणसी : फर्जी अधिकारी बनकर 15 लाख की ठगी, अकाउंटेंट ने व्यापारी को लगाया 50 लाख का चूना

वाराणसी। जिले में धोखाधड़ी के दो बड़े मामलों में पुलिस ने अलग-अलग मुकदमे दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पहले मामले में खुद को वरिष्ठ अधिकारी बताकर जमीन विवाद निपटाने के नाम पर एक शख्स से 15 लाख रुपये की ठगी की गई। वहीं दूसरे मामले में अकाउंटेंट ने व्यापारी से 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर दी। पुलिस घटनाओं की छानबीन में जुटी है।
भेलूपुर के केदार नगर कॉलोनी निवासी छेदी लाल सिंह ने कैंट थाने में दर्ज एफआईआर में बताया कि अमन पाठक नामक युवक ने विकास भवन के पंचम तल पर बुलाकर एक व्यक्ति की मौजूदगी में फर्जी शिकायत दिखाई और उसके निस्तारण के नाम पर पैसे मांगे।
अमन ने कथित रूप से शिकायत खारिज करने का फर्जी आदेश भी दिखाया और कई बार में कुल 8 लाख रुपये लिए। इसके अलावा अमन की मां संध्या पाठक को तिलमापुर स्थित घर पर तीन बार में कुल 7 लाख रुपये दिए गए। लेकिन न तो शिकायत का समाधान हुआ और न ही कोई कार्रवाई की गई। छानबीन में सामने आया कि अमन पाठक का विकास भवन में कोई पद या दफ्तर ही नहीं है। आरोपी पहले भी अन्य लोगों के साथ ऐसी ही ठगी कर चुका है। पुलिस ने अमन पाठक, उसकी मां संध्या पाठक और अजय कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
दूसरे मामले में पावरलूम मशीन कारोबारी सकलैन ने अपने ही अकाउंटेंट आशुतोष गुप्ता पर 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। बजरडीहा निवासी सकलैन ने बताया कि मार्च में आशुतोष ने फर्म के नाम पर लोन कराकर पूरी रकम हड़प ली। इसमें आसिफ और एक अज्ञात व्यक्ति की संलिप्तता भी सामने आई है। भेलूपुर थाने में मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है।