वाराणसी : किशोरियों को बहला-फुसलाकर वेश्यावृत्ति के लिए बेचता था, पुलिस ने आरोपित को पकड़ा

वाराणसी। पुलिस ने "ऑपरेशन चक्रव्यूह" के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए नाबालिग लड़कियों को वेश्यावृत्ति के लिए बेचने के मामले में वांछित अभियुक्त जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है। उसे मंगलवार को रोहनिया थाना क्षेत्र के लछिया अंडरपास के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस पूछताछ के साथ ही विधिक कार्रवाई में जुटी रही।
पुलिस आयुक्त के निर्देश पर अपराध और अपराधियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन के मार्गदर्शन और सहायक पुलिस आयुक्त रोहनिया के नेतृत्व में रोहनिया थाना पुलिस ने सटीक सूचना के आधार पर आरोपित को धर-दबोचा। दरअसल, 14 मार्च को रोहनिया थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि उनकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी और एक अन्य 16 वर्षीय नाबालिग लड़की को कुछ लोगों ने बहला-फुसलाकर घर से ले जाकर राजस्थान में वेश्यावृत्ति के लिए बेच दिया और धमकी दी। इस आधार पर मुकदमा संख्या 0070/2025, धारा 87/351(2)/143/123/137(2)/127(2) भा.द.वि. के तहत मामला दर्ज किया गया। मामले की जांच उपनिरीक्षक दिनेश सिंह कर रहे हैं।
पुलिस पूछताछ में जितेंद्र कुमार (34 वर्ष, निवासी मटियरा, बलुआ, चंदौली) ने कबूल किया कि वह और उसकी पत्नी मिलकर लड़कियों को बेचने का काम करते हैं। उसने बताया कि 8 अप्रैल 2025 को उसने और उसकी पत्नी ने दो नाबालिग लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर मोटरसाइकिल पर बिठाया और एक चारपहिया वाहन में सवार कराया। रास्ते में कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर लड़कियों को बेहोश कर दिया गया। इसके बाद उन्हें राजस्थान के झुंझुनू जिले के भोजगढ़ गांव ले जाकर एक कमरे में बंद कर दिया गया और उनके परिजनों से पैसे लेकर जितेंद्र वापस वाराणसी लौट आया।
आरोपित जितेंद्र के खिलाफ रोहनिया थाने में उक्त मुकदमे के अलावा, सारनाथ थाने में भी मुकदमा संख्या 0189/2024, धारा 120-बी/366/376/419/420 भा.द.वि. के तहत मामला दर्ज है। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक दिनेश सिंह, हेड कांस्टेबल अमरनाथ यादव और हेड कांस्टेबल जितेंद्र कुमार शामिल रहे।