यूपी विधानसभा में गरजे कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, रामचरित मानस के चौपाई से की शुरुआत, गिनाए यूपी बजट के फायदे

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वाराणसी। यूपी विधानसभा के बजट सत्र में गुरुवार को सौरभ श्रीवास्तव ने भाषण दिया। सौरभ ने अपना भाषण विधानसभा अध्यक्ष को धन्यवाद अर्पित करते हुए शुरू किया। इसके साथ ही उन्होंने इस ऐतिहासिक और अब तक के सबसे बड़े बजट के समर्थन में बोलने का अवसर देने के लिए सीएम योगी का भी आभार जताया। सौरभ श्रीवास्तव ने यूपी सरकार के इस बजट को श्री राम जी को समर्पित लोक कल्याण और रामराज्य की संकल्पना पर आधारित बजट प्रस्तुत करने के लिए मुख्यमंत्री और राज्य वित्त मंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। 

सौरभ ने बजट पर अपने भाषण की शुरुआत रामचरित मानस की चौपाई से की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गये मूलमंत्र "सबका साथ, सबका विकास" के आधार पर बना यह बजट प्रदेश को रामराज्य की ओर ले जाएगा। 

दैहिक, दैविक, भौतिक तापा।
राम राज नहिं काहुहि व्यापा।।

नही दरिद्र, कोऊ दुखी न दीना।
नाहि कोई अबूध न लच्छन हीना।।

कहा कि रामराज्य में जिस तरह ये चिंता की जाती थी कि समाज में कोई दरिद्र न रहे, कोई रोगी, दुखी और गरीब न रहे, सबको उचित शिक्षा मिले, सभी को रोजगार मिले। बिल्कुल वैसे ही इस बजट में प्रदेश की जनता की चिंता की गई है।

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सौरभ श्रीवास्तव ने आगे कहा कि पिछले सात वर्षों में प्रदेश की जीडीपी दो गुनी से भी ज्यादा हो गई है। सही मायने में यह प्रदेश के विकास के सभी प्रश्नों का सही उत्तर देता हुआ बजट है। 7 लाख 36 हजार 437 करोड़ 71 लाख का बजट, प्रदेश के सभी वर्गों को ध्यान में रख कर बनाया गया एक सर्वस्पर्शी और सर्व समावेशी बजट है। 

सबसे महत्वपूर्ण अन्नदाता

सौरभ श्रीवास्तव ने किसानों की चर्चा करते हुए कहा कि किसान भाइयों के सम्यक विकास के लिए जहां विभिन्न योजनाओं द्वारा उन्हें सुविधाएं दी जा रही है। बिजली, नलकूप योजना, क्रेडिट कार्ड का वितरण, फसल बीमा, सिंचाई की सुविधा। दूसरी तरफ, किसान सम्मान निधि, मासिक पेंशन योजना, गन्ना मूल्य भुगतान द्वारा प्रत्यक्ष भुगतान भी किया जा रहा है। दुग्ध विकास योजना, पशुपालन व मत्स्य योजना के द्वारा कृषकों की आय को स्थाई रूप से बढ़ाने की योजना पर भी ध्यान दिया गया है। कृषि की उत्पादन दर में वृद्धि हेतु कृषि शिक्षा अनुसंधान, कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। 

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राष्ट्र और चरित्र निर्माण करती है हमारी मातृशक्ति: सौरभ श्रीवास्तव

सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि देश की आधी आबादी जो हमेशा से उपेक्षित रही है। हमारे प्रधानमंत्री के विशेष ध्यान देने के कारण बजट में उनके लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। सुमंगला, उज्ज्वला, सामूहिक विवाह, महिला किसान सशक्तिकरण, निराश्रित महिला पेंशन और लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष महिलाओं के लिए बड़ी लाभकारी योजनायें हैं।

राष्ट्र का भविष्य है युवा

विश्व के सबसे युवा देश, भारत के सबसे युवा प्रदेश, उत्तर प्रदेश के इस बजट में युवाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। युवाओं पर न केवल परिवार का भार रहता है, अपितु देश की सामाजिक सुरक्षा और सीमा सुरक्षा का भी भार रहता है। युवाओं को रोजगार देने के लिए बुनियादी सिस्टम खड़ा करना पड़ता है। जिसको आज हमारे प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री योगी की सरकार कर रही है। अर्थात स्थाई रूप से प्रदेश को विकास की ओर ले जा रही है। 

सबसे आवश्यक, सबके लिए शिक्षा

इस सरकार ने कुल बजट का 17% शिक्षा पर खर्च करने का निर्णय लिया है, जो दर्शाता है कि सरकार प्रदेश के विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु कितनी संवेदनशील है। प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के लिए 43 हजार 406 करोड़ का प्रावधान रखा गया है।

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प्रदेश की बेहतर कानून व्यवस्था

प्रदेश की कानून व्यवस्था को और चुस्त दुरुस्त रखने के उद्देश्य से इस बजट में पुलिस को आवंटित होने वाले धनराशि में 2368 करोड़ की वृद्धि की गयी है, जो प्रदेश को देश का सबसे सुरक्षित प्रदेश बनाएगा।

देश के सर्वाधिक तीर्थस्थल उत्तर प्रदेश में ही हैं। बजट में धार्मिक स्थलों के विकास पर बल दिया गया है। काशी, विंध्याचल, प्रयागराज, नैमिशारण्य, मथुरा, गोरखपुर, चित्रकूट, बटेश्वर नाथ, गढ़मुक्तेश्वर, शुक्रतीर्थ धाम, मां शाकुंभरी धाम, सारनाथ सहित सभी महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के विकास और सौंदर्यीकरण के लिए जो प्रावधान किए गए हैं, उसका हम सभी को स्वागत करना चाहिए।

सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि मैं सीएम योगी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि काशी में मेडिकल कालेज और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के लिए इस बजट में धनराशि का आवंटन किया गया है। पूर्वांचल के विकास के लिए 575 करोड़ रुपए की पूर्वांचल विकास निधि के प्रावधान का भी स्वागत है।

मैं सरकार से निवेदन करता हूं कि अस्सी घाट से लेकर संत रविदास घाट और संत रविदास घाट से लेकर सामनेघाट तक मां गंगा के जल से हो रहे कटान को रोकने की व्यवस्था की जाए। सामनेघाट फ्लिपर गेट की तरह असि नदी पर भी फ्लिपर गेट की व्यवस्था की जाए। नगर निगम की सीमा में मिलाए गए क्षेत्रों रामनगर, भगवानपुर, आदित्यनगर, भिखारीपुर, उत्तरी ककरमत्ता, मंडुआडीह और लहरतारा में बुनियादी सुविधाओं के संयोजन के लिए मास्टर प्लान बनाया जाए।
 

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