काशी के दो नाविक भाइयों 75 लाख की लागत से बनवाया स्वदेशी क्रूज
- मेक इन इंडिया की तर्ज पर तैयार किया स्वदेशी क्रूज "विश्वनाथम"
- पर्यटकों को काशी के 84 घाटों की कराएगा सैर, दिखाएगा गंगा आरती
- विश्वनाथन क्रूज में गंगा की सैर के साथ दिया जाएगा अल्पाहार और पानी
रिपोर्टर - ओमकारनाथ
वाराणसी। काशी के दो नाविक भाइयों ने लाखों की कीमत से लग्जरी स्वदेशी क्रूज तैयार करा दिया। यह क्रूज लग्जरी क्रूज लाइनर कंपनी को टक्कर देने के लिए तैयार हैं। दोनों नाविक भाई काशी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया के मंत्र को ध्यान में रखते हुए पारंपरिक नावों के निर्माता की मदद से क्रूज को तैयार किए हैं। इन्होंने अपनी सारी बचत और कीमती सामानों को क्रूज बनाने में लगा दिया। स्थानीय स्तर पर निर्मित क्रूजलाइनर की लागत लगभग 75 लाख रुपये बताई जा रही है। यह आज से स्वदेशी पर्यटकों को गंगा की सैर कराने के लिए तैयार है।
फंड जुटाने के लिए आभूषण तक गिरवी रखने पड़े
क्रूज बनवाने वाले अजय माझी ने कहा कि पीढ़ियों से हम लोग नाव संचालन का काम करते हैं। 2016 में मेरे पिता केशवनाथ माझी का निधन हो गया, तब हमारे पास एक बड़ी डीजल नाव और तीन मैनुअल नावें थीं। उसके बाद मैं और मेरे भाई सोनू ने अपने व्यापार नाव संचालन के विस्तार की योजना बनाई। सोनू ने कहा कि हमने पैसे की व्यवस्था करने के लिए आभूषण गिरवी रखकर गोल्ड लोन लिया। बैंक से ज्यादा लोन लिया और परिवार की बचत जोड़ी। सोनू ने कहा कि यह बहुत बड़ा रिस्क था, लेकिन जैसे-जैसे पर्यटन क्षेत्र में व्यवसाय बढ़ रहा था तो हमने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर क्रूज ऑपरेटरों के साथ प्रतिस्पर्द्धा करने की ठानी। उन्होंने कहा कि आज बाबा विश्वनाथ की आशीर्वाद से हमारा सपना पूरा हुआ और आज से क्रूज मां गंगा की गोद में दौड़ने के लिए तैयार है।
गंगा की लहरों पर चलेगा विश्वनाथम क्रूज
काशी में तैयार स्वदेशी क्रूज का नाम "विश्वनाथम क्रूज" रखा गया है इसको तैयार करने में 8 महीने का समय लगा। आज से यह क्रूज मां गंगा की गोद में दौड़ेगा और देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को वाराणसी के विभिन्न घाटों से रूबरू कराएगा। नविकों ने क्रूज को फूल और रंग-बिरंगे लाइटों से सजाया है और क्रूज के सामने एक जेट्टी भी तैयार की है। उन्होंने बताया कि जेट्टी को बनाने के लिए हम लोगों ने प्लास्टिक के ड्रम का इस्तेमाल किया है। जिसको तैयार करने में लगभग 5 लाख रुपये लागत आया है। जिससे आने वाले पर्यटक आराम से क्रूज पर सवार हो सके। उन्होंने कहा कि क्रूज़ और जेट्टी बनाने में 80 लख रुपये खर्च किए।
दिन में दो बार लगाएगा चक्कर
अजय ने बताया कि सुबह के समय पर्यटकों के लिए यह वोट 450 रुपये एवं शाम को गंगा आरती देखने के साथ का 550 रुपये प्रति व्यक्ति में बुक होगा। क्रूज कोई भी बुक कर सकता हैं। आने वाले समय में आनलाइन बुकिंग की व्यवस्था भी शुरू हो जाएगी। क्रूज में बैठने के लिए पर्यटकों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। अभी से ही इसका चार्ज और घूमने का समय पूछ रहे हैं।
स्थानीय लोग बोले, काशी के लिए गर्व की बात
स्थानीय निवासी सत्यप्रकाश ने बताया कि यह बनारस के लिए गर्व करने वाली बात है कि बनारस का जो मांझी समाज है उन्होंने यह क्रूज तैयार किया है। बनारस का यह ऐसा पहला क्रूज है जो बनारस में ही बनकर तैयार हो रहा है। यह अलकनंदा की तर्ज पर ही तैयार किया गया है। अलकनंदा क्रूज बनारस के बाहर तैयार हुआ है। यह क्रूज बेहद कम रेट पर यात्रियों को बनारस की सैर कराएगा। इससे यहां के लोकल यात्री भी इससे सफर कर सकेंगे।
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