रामनगर सम्प्रेक्षण गृह से चकमा देकर फिर भाग निकले दो बालक

दो कर्मचारियों के खिलाफ थाने में दर्ज कराया गया मुकदमा
वाराणसी। रामनगर स्थित बाल सम्प्रेक्षण गृह (बालक) से फिर कर्मचारियों को चकमा देकर दो बालक भागने में कामयाब हो गये। इस मामले में प्रभारी अधीक्षक अशोक कुमार ने बालकों की निगरानी में लगाये गये कर्मचारियों संजीव कुमार और सोनू प्रजापति के खिलाफ रामनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इसके साथ ही पुलिस टीम दोनों बालकों की तलाश में जुट गई है। पुलिस टीम दोनों बच्चों के परिवारवालों के सम्पर्क में है और उनके परिचितों, करीबियों के अलावा रेलवे व बस स्टेशनों पर निगरानी की जा रही है।
प्रभारी अधीक्षक के अनुसार बिहार के जमुई के निवासी 12 वर्षीय बालक को 22 अप्रैल को सम्प्रेक्षण गृह में लाया गया। इसके अलावा कुशीनगर के 14 वर्षीय किशोर को 29 मार्च को सम्प्रेक्षण गृह लाया गया। सम्प्रेक्षण गृह के कर्मचारी रामलाल कन्नौजिया ने सूचना दी कि एक बालक और एक किशोर मंगलवार को चकमा देकर भाग निकले। इन बालकों के देखरेख की जिम्मेदारी कर्मचारी संजीव कुमार व सोनू प्रजापति की थी। इसके बावजूद दोनों के भागने पर कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
फिलहाल पुलिस टीमें दोनों बालकों की बरामदगी के लिए मुखबिरों की मदद ले रही है। बता दें कि इससे पहले इस सम्प्रेक्षण गृह से कई बार बालक और किशोर कभी चकमा देकर तो कभी चहारदीवारी फांदकर भाग जाते हैं। सम्प्रेक्षण गृह में बंद फिरोजाबाद का 12 वर्षीय बालक पिछले 31 मार्च को भाग निकला था। अक्सर होनेवाली इन घटनाओं को रोकने के ठोस प्रबंध आज तक नही किये जा सके। यहां की सुरक्षा व्यवस्था को और चाक चौबंद करने की वजाय कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराकर अपने कार्यों की इतिश्री कर ली जाती है। इन लापरवाहियों की जिम्मेदारी किसी वरिष्ठ अधिकारी की नही मानी जाती।
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