बनारस से यूएई भेजी गई हल्दी व मिक्स्ड फ्रूट, दुबई से घूमकर आए एफपीओ संचालकों ने साझा किया अनुभव
वाराणसी। एपीडा के क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को कमिश्नरी सभागार में किया गया। इसमें दुबई भ्रमण कर आए एफपीओ संचालकों ने अपने अनुभव साझा किए। मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने क्षमता निर्माण कार्यक्रम में भाग लेते हुए प्रसन्नता व्यक्त की। साथ ही सरकार की मंशा बताई और आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया। पिकान इंटरनेशनल तथा बनारस ऑर्गेनो एफपीओ की ओर से पहली बार बनारस से यूएई के लिए निर्यात को तैयार हल्दी व मिक्स्ड फ्रूट की गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
उन्होंने एपीडा के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से किए जा रहे कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त की। निर्यात के आंकड़े बढ़कर 137 टन से 700 टन पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में निर्यात बढ़ाने को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर तथा एयरपोर्ट पर भी सुविधाओं को बढ़ाया गया है। लोग जागरूक होंगे तो विकास आपके पास खींचा चला आता है। हमें अभी बहुत मेहनत करनी होगी ताकि हम और ऊपर जाएं। भारत विविध फसली देश हैं हम और आगे जा सकते हैं केवल हमें उस दिशा में लगातार कार्य करने की आवश्यकता है। उत्पादन ज्यादा होने पर खरीददार खुद ही चल कर आता है। निर्यात की गुणवत्ता को लगातार बनाए रखें।
उन्होंने ऑर्गेनिक खेती को लगातार बढ़ावा देने हेतु प्रेरित करते हुए दीर्घकालिक लाभ को रेखांकित किया। बताया कि किस प्रकार हम शुरुआत के कम लाभांश को भविष्य में बड़े लाभांश में परिवर्तित कर सकते हैं। अमूल प्लांट चालू होने से भी ऑर्गेनिक खेती को बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने सभी को पूरी जागरूकता से खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ाने हेतु भी प्रेरित किया, ताकि भविष्य की पीढ़ी को भी उचित लाभ मिल सके। उन्होंने सभी को मिलकर सामुहिक रूप से कार्य करने हेतु प्रेरित किया ताकि पूरे क्षेत्र को नई ऊंचाई दिलाया जा सके तभी हम अपने देश को आगे ले जा सकते हैं। हमें आपूर्ति शृंखला प्रबंधन पर लगातार कार्य करने की जरूरत है। अंतर्राष्ट्रीय धान रिसर्च इंस्टीट्यूट की शाखा मनीला के बाद बनारस में स्थित है जो हमारे लिए गर्व की बात है आप सभी उसका उचित लाभ लें।
मंडलायुक्त ने 45 एफपीओ की टीम जो दुबई भ्रमण के उपरांत लौटी है उसको मिले अनुभव को आगे भी विभिन्न किसानों को देने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने लूलू माल के प्रति भी आपूर्ति श्रृंखला बनाने के लिए धन्यवाद दिया। एपीडा चेयरमैन अभिषेक देव ने बताया कि वर्तमान में वाराणसी परिक्षेत्र से लगभग 700 मेट्रिक टन से ऊपर सब्जियों का निर्यात हो चुका है। इसको और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। कृषि उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार के हिसाब से तैयार करते हुए उनको निर्यात के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में महाराष्ट्र, गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश कृषि/सब्जियों के निर्यात में अपना स्थान रखता है। कार्यक्रम में अलीगढ़, गाजीपुर, चंदौली से आये विभिन्न एफपीओ द्वारा मंडलायुक्त के कृषि उत्पादन व निर्यात बढ़ाने हेतु किये गये प्रयासों हेतु अंगवस्त्रम तथा पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। वर्तमान में वाराणसी परिक्षेत्र से हरि मिर्च, मटर, मूली, तरबूज आदि को निर्यात किया जा रहा है।
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