वाराणसी में व्यापारियों का आक्रोश : बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ सड़कों पर उतरी व्यापार मंडल

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वाराणसी। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे कथित अत्याचारों के विरोध में आज वाराणसी व्यापार मंडल के व्यापारियों ने जोरदार रैली निकालकर अपना आक्रोश प्रकट किया। रैली के दौरान व्यापारियों ने साफ शब्दों में कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने घटनाओं को अत्यंत निंदनीय और मानवता को शर्मसार करने वाला बताया।

हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर जताई गहरी चिंता
मीडिया से बातचीत में व्यापारियों ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश में हिंदू बहन-बेटियों की आबरू से खिलवाड़, हत्याएं और अमानवीय कृत्य लगातार सामने आ रहे हैं। व्यापारियों का कहना था कि हाल ही में एक हिंदू युवक को पेड़ से लटकाकर जिंदा जलाए जाने की घटना ने पूरे हिंदू समाज को झकझोर दिया है। ऐसी घटनाएं सभ्य समाज में अस्वीकार्य हैं और इन पर तत्काल रोक लगनी चाहिए।

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प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से की कड़ी कार्रवाई की मांग
व्यापार मंडल ने भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बांग्लादेश सरकार से बातचीत कर इस गंभीर मुद्दे पर संज्ञान लें। व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार नहीं रुके, तो देशभर में बांग्लादेश के प्रधानमंत्री के खिलाफ व्यापक विरोध दर्ज कराया जाएगा।

भारत में बांग्लादेशी नागरिक सुरक्षित, फिर वहां हिंदू क्यों असुरक्षित?
व्यापारियों ने यह सवाल भी उठाया कि भारत में रहने वाले बांग्लादेशी नागरिक सुरक्षित हैं और उनके साथ कोई भेदभाव या अत्याचार नहीं होता, फिर बांग्लादेश में हिंदू समुदाय को क्यों निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति बेहद शर्मनाक है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी निंदा होनी चाहिए।

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अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी हस्तक्षेप की अपील
रैली में शामिल व्यापारियों ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की। उनका कहना था कि धर्म के आधार पर किसी भी समुदाय पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ वैश्विक स्तर पर आवाज उठनी चाहिए, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

रैली शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई, लेकिन व्यापारियों के तेवर साफ संकेत दे रहे थे कि यदि स्थिति नहीं बदली, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

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