दालमंडी चौड़ीकरण को लेकर असमंजस में व्यापारी... सरकार से की बड़ी अपील, 220 करोड़ की लागत से संवरने वाली है सूरत
रिपोर्ट - सूरज यादव
वाराणसी। काशी की संकरी गलियों में दालमंडी का इतिहास अत्यंत पुराना है। कभी इन गलियों में घुंघरुओं की झंकार और बनारस घराने के संगीत सुनाई पड़ता था। अब यहां सूरत बदलने वाली है। योगी सरकार के प्रयासों से अब दालमंडी की सड़क चौड़ी होने जा रही है, जिसके बाद श्री काशी विश्वनाथ धाम जाने का मार्ग सुगम होने वाला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 650 मीटर लंबी सड़क को 17 मीटर चौड़ा किया जाएगा।

220 करोड़ की लागत से होना है चौड़ीकरण
बताया जा रहा है इसके लिए करीब 220 करोड़ की लागत आएगी। वहीं शासन के ओर से इसके प्रथम चरण में 2 करोड़ रुपए पास हो चुके हैं। जिसके बाद यहां के कार्य में तेजी आई है। बीते दिनों प्रशासन ने यहां बड़े पैमाने पर अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया था। अधिकारियों ने गली से अवैध कब्जा समेत दुकानों के बाहर बिछे तिरपाल को हटवाया था। जिसके बाद गली सामान्य से अधिक चौड़ी नजर आने लगी और लोगों को सहूलियत होने लगी।

व्यापारियों पर मंडराने लगा व्यापार का संकट
वहीं इसके विपरीत दालमंडी चौड़ीकरण को लेकर व्यापारियों को चिंता सताने लगी है। व्यापारियों पर अब रोजगार संकट मंडराने लगा है। उनका कहना है कि दालमंडी की इस गली से हमारा अस्तित्व है। जब यह गली ही नहीं रहेगी तो हमारा व्यापार तो चौपट हो जायेगा। व्यापारी भूखों मरने लगेंगे। हालांकि व्यापारियों को अभी तक बताया नहीं गया है कि सड़क कितनी चौड़ी होगी या कितनी दुकानें टूटेंगी। अभी तक किसी भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने इसके लिए व्यापारियों से न लिखित और न ही मौखिक बात की है। जिसके कारण चौड़ीकरण को लेकर व्यापारी असमंजस की स्थिति में हैं।

काशी की पहचान केवल गलियों से...
दालमंडी के व्यापारी शकील अहमद ने कहा कि काशी गलियों का शहर है, 17.5 मीटर रोड बताया जा रहा है कि लेकिन इतनी चौड़ी गली नहीं, सड़क होती है। हमारा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निवेदन है कि प्राचीन दालमंडी को उजड़ने न दें। चौड़ीकरण को लेकर व्यापारियों में इस प्रकार असमंजस है कि सोते जागते लोग उसी के बारे में सोच रहे हैं।

मुआवजा मिलेगा लेकिन, केवल मालिकों को...
व्यापारी बाले यादव ने बताया कि मुआवजा मिलने की बात कही जा रही है, लेकिन वह केवल दुकान के मालिकों को मिलेगा, हम किरायेदार आखिर कहां जाएंगे। इसको लेकर काफी संशय की स्थिति है।अगर कहीं प्रशासन हमें शिफ्ट भी करता है, तो सबसे बड़ी बात कि वहां ग्राहक कहां से आएंगे, हमारी पहचान तो दालमंडी की गली से ही है। हालांकि अभी तक हमें किसी ने आधिकारिक रूप से कुछ भी न नहीं बताया है।

सहमे हुए हैं व्यापारी !
व्यापारी शरद कुमार सिंह ने कहा कि चौड़ीकरण की खबर के बाद मार्केट डाउन हो गया है। बाजार की स्थिति पहले जैसी नहीं है। टूटने की जो अफवाहें फ़ैल रही हैं, उससे व्यापारी सहमे हुए हैं।

अफवाहों का बाजार गर्म, असमंजस में व्यापारी
शान इलाही ने कहा कि यहां तरह-तरह की अफवाहें उड़ रही हैं, कोई कह रहा है कि 22 फीट दुकानें टूटेंगी, कभी 15 फीट,17 फीट की बात आती है। कुछ भी क्लियर नहीं है। सारी बात केवल हवा हवाई ही हैं। होलसेल के व्यापारी सामान उधार नहीं दे रहे हैं, कि कब बाबा का बुलडोजर चलेगा और दुकानें टूट जाएंगी। जबकि महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु आए, तब दिक्कत नहीं हुई। अब समस्या हो रही है।

व्यापारियों ने की सरकार से अपील
एक व्यापारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि चौड़ीकरण की खबर के बाद व्यापार ठप हो गया है। लोग आने से पहले फोन करके पता कर रहे हैं कि क्या स्थिति है, आने लायक है या नहीं। ऐसे में सभी व्यापारियों की सरकार से अपील है कि मौजूदा हालात को देखते हुए ही कोई कदम उठाए जाएं।
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