बिना जाम में फंसे सारनाथ पहुंच जाएंगे सैलानी, बनेगी फोरलेन एलिवेटेड रोड, 179 करोड़ का डीपीआर तैयार
वाराणसी। सारनाथ भ्रमण पर काशी आने वाले सैलानियों को अब जाम का सामना नहीं करना होगा। रिंग रोड से सारनाथ तक फोरलेन एलिवेटेड रोड का निर्माण कराया जाएगा। सेतु निगम ने 1180 मीटर लंबे एलिवेटेड रोड के लिए 179.30 करोड़ का डीपीआर तैयार किया है।
सारनाथ में पर्यटन को बढ़ावा देने और बौद्ध सर्किट को जोड़ने के लिए जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान से रिंग रोड तक फोरलेन एलिवेटेड रोड बनेगी। रास्ते में जलभराव यानी ताल होने के कारण एलिवेटेड रोड बनाई जा रही है। फोरलेन एलिवेटेड रोड में रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) भी शामिल है, ताकि आवागमन बाधित न होने पाए। फोरलेन एलिवेटेड रोड का निर्माण पहले दो पिलर पर प्रस्तावित था। हालांकि बजट कम करने के लिए इससे अब एक पिलर पर बनाने का निर्णय लिया गया है। सेतु निगम ने 1180 मीटर लंबे एलिवेटेड रोड को बनाने के लिए 179.30 करोड़ का डीपीआर तैयार किया है।
भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में रोजाना हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं। पहले संग्रहालय से मुनारी मार्ग और फिर सिंहपुर गांव से फोरलेन सड़क बनाने की तैयारी थी, लेकिन बाद में सारनाथ रेलवे स्टेशन से कर दिया गया। पूर्व मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने लोक निर्माण विभाग से सारनाथ से रिंग रोड तक फोरलेन सड़क बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन फाइल आगे नहीं बढ़ सकी। फिर मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने पहल की।
एयरपोर्ट पर उतरने के बाद पर्यटक सीधे सारनाथ जाते हैं। यहां दर्शन-पूजन करने के बाद चंदौली जिले से होते हुए बोध गया, कुशीनगर और लुंबिनी को प्रस्थान करते हैं। एलिवेटेड रोड बनने से सारनाथ से रिंग रोड पहुंचने में पर्यटकों को आसानी होगी। यहीं से पर्यटक गोरखपुर होते हुए नेपाल भी निकल जाएंगे।
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