काशी में राज्यमंत्री के नेतृत्व में 250 फीट लंबे राष्ट्रीय ध्वज के साथ निकली तिरंगा यात्रा, पीओके को वापस लेने की शपथ

वाराणसी। देशभक्ति के उत्साह और सैन्य बलों के सम्मान में रविवार को वाराणसी में एक विशाल और भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस यात्रा का नेतृत्व उत्तर प्रदेश सरकार के स्टांप एवं न्यायालय शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने किया। यात्रा मलदहिया स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल चौराहा से प्रारंभ होकर गुलाब बाग होते हुए आईपी मॉल से होते हुए भारत माता मंदिर तक निकाली गई।
तिरंगा यात्रा में ढाई सौ फीट लंबा राष्ट्रीय ध्वज आकर्षण का केंद्र रहा, जिसे दर्जनों देशभक्तों ने मिलकर थामा था। साथ ही 20×30 फीट का एक और विशाल तिरंगा स्कूली बच्चों के साथ यात्रा में लहराया गया। हजारों की संख्या में आमजन, जनप्रतिनिधि, महिला शक्ति, सुरक्षा बलों के जवान और पार्टी कार्यकर्ता हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय, वंदे मातरम् जैसे गगनभेदी नारों के साथ चल रहे थे।
यात्रा की शुरुआत मंत्री रविन्द्र जायसवाल द्वारा लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। इस मौके पर पुलिस, पीएसी, होमगार्ड, पीआरडी और एनडीआरएफ के जवान भी शामिल रहे। यात्रा का समापन भारत माता मंदिर पर हुआ, जहाँ उपस्थित जनसमूह ने शपथ ली—"सौगंध भारत मां की खाते हैं, पीओके को लेकर रहेंगे।"
भारत माता मंदिर पहुंचकर मंत्री जायसवाल ने सैनिकों को सम्मानित भी किया और देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले जवानों को नमन किया। उन्होंने कहा, “जब देश के वीर सैनिक तपते रेगिस्तान से लेकर बर्फीले ग्लेशियरों तक तैनात रहते हैं, तब हम अपने घरों में चैन की नींद सोते हैं। हमें अपनी सेनाओं पर गर्व है।”
मंत्री ने हाल ही में सम्पन्न ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि इस मिशन में भारतीय सेना के अद्वितीय साहस और रणनीति ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। उन्होंने लोगों को भारत माता मंदिर में स्थापित अखंड भारत के मानचित्र की महत्ता भी समझाई। इस आयोजन में जनप्रतिनिधियों, पार्षदों, सामाजिक संगठनों, छात्र-छात्राओं और वरिष्ठ नागरिकों की उत्साही भागीदारी देखने को मिली।