किक बॉक्सिंग में तीन सगी बहनों ने जमाई धाक, जीते मेडल, पदक विजेताओं का हुआ सम्मान
रिपोर्ट: ओमकार नाथ
वाराणसी। काशी की बेटियां खेल के क्षेत्र में भी अपने कौशल और मेहनत से जिले, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रही हैं। किक बॉक्सिंग में अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और जिला स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ियों के सम्मान में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। यह सम्मान समारोह महमूरगंज स्थित द अल्टीमेट कॉम्बैट फिटनेस एकेडमी में आयोजित हुआ, जहां खिलाड़ियों की उपलब्धियों को सराहा गया और उनका उत्साहवर्धन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान ब्लैक बेल्ट परीक्षा में सफलता हासिल करने वाली तीन सगी बहनों नायला अंसारी, मरजान अंसारी और ऊसरा अंसारी को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इन बेटियों ने किक बॉक्सिंग में अपने शानदार प्रदर्शन से न केवल वाराणसी बल्कि प्रदेश और देश का नाम भी रोशन किया है। सम्मान समारोह में खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया।

इस अवसर पर किक बॉक्सिंग के अन्य खिलाड़ियों ने भी अपने कौशल का परिचय दिया। खास बात यह रही कि एक मुखबधिर खिलाड़ी ने भी अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया, जिसे देखकर सभी लोग प्रभावित हुए। उसकी मेहनत और जज्बे को देखते हुए उसे भी सम्मानित किया गया, जिससे यह संदेश गया कि खेल किसी भी बाधा से बड़ा होता है।
सम्मानित खिलाड़ी नायला अंसारी ने बताया कि किक बॉक्सिंग सीखने के बाद उनके आत्मविश्वास में काफी वृद्धि हुई है और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि उनके पिता की इच्छा थी कि उनकी बेटियां मार्शल आर्ट सीखें, इसी प्रेरणा से तीनों बहनों ने किक बॉक्सिंग को अपनाया। नायला ने बताया कि वे पिछले तीन वर्षों से नियमित रूप से अभ्यास कर रही हैं और जितनी ज्यादा प्रैक्टिस होती है, उतनी ही ताकत और आत्मविश्वास बढ़ता है।
उन्होंने यह भी कहा कि खेल में लड़का या लड़की का कोई फर्क नहीं होता, मेहनत और लगन ही सफलता की कुंजी है। किक बॉक्सिंग कोच संतोष राय ने कहा कि बच्चों में अपार प्रतिभा है और यदि उन्हें सही मार्गदर्शन और सहयोग मिले तो वे बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों को मोबाइल से दूर रखें और उन्हें मैदान तक लेकर आएं, ताकि उनकी खेल प्रतिभा और निखर सके।
किक बॉक्सिंग विशेषज्ञ अनुराग श्रीवास्तव ने खिलाड़ियों को सम्मानित करते हुए कहा कि इन बेटियों में वर्ल्ड चैंपियन बनने की पूरी क्षमता है। जरूरत है सरकार और अकादमियों के सहयोग की, ताकि इन प्रतिभाओं को और तराशा जा सके। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया जैसी योजनाओं के तहत किक बॉक्सिंग खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहन दिया जाए, ताकि वे देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी भारतीय तिरंगा लहराकर देश का गौरव बढ़ा सकें।

