बकरीद पर दुआ को उठे हजारों हाथ, कुर्बानी के पर्व पर गले मिलकर एक दूसरे को दी बधाई, मुल्क में शांति व तरक्की के लिए दुआख्वानी
वाराणसी। काशी में कुर्बानी का पर्व ‘ईद उल अजहा’ सोमवार को अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक के मस्जिद व मजार गुलजार रहे। मुस्लिम बंधुओं ने एक दूसरे से गले मिलकर बधाई दी।
ईद उल अजहा के अवसर पर मस्जिदों में अमन व चैन की दुआ पढ़ी गई। गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल काशी के ईदगाहों के बाहर सुबह से ही नमाज पढने को भारी भीड़ जुटी रही। नमाजियों ने मुल्क में शांति, तरक्की, खुशहाली और भाईचारे के लिए दुआख्वानी की।
10 दिन पहले चांद दीदार के बाद से तारीख मुकर्रर थी, तो कुर्बानी के पर्व बकरीद की मुबारकबाद की सदा गूंज उठी। ईद उल अज़हा की नमाज मुख्य काजी के निर्देशन में पढ़ाई गई, तो मुस्लिम बंधुओं ने एक दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाईयां भी दी। नमाज के बाद लोगों ने अपने घरों में जाकर कुर्बानी की रस्म अदा की।
वाराणसी के ज्ञानवापी, नदेसर, चेतगंज, नई सड़क, बेनियाबाग, रेवड़ी तालाब, मदनपुरा, जैतपुरा आदि क्षेत्रों में पुलिस सुबह से ही सड़क पर गश्त करती रही। बकरीद के मद्देनजर पुलिस और सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फ़ोर्स के जवान लगातार पैदल गश्त कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। मिश्रित आबादी वाले इलाके में व संवेदनशील इलाकों में पुलिस ड्रोन से नजर बनाए रही। पुलिस के ओर से चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इन्तेजाम किए गये थे।
शहर से लेकर देहात तक सुरक्षा व्यवस्था जहां चाक चौबंद है, वहीं प्रमुख मस्जिदों में नमाज को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती भी की गई थी। उधर, नगर निगम ने भी कुर्बानी के बाद साफ-सफाई के लिए तैयारियां कर रखी हैं। देर शाम तक मस्जिदों के आसपास साफ-सफाई और चूने का छिड़काव कराया गया।
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