पेंशन रथ के स्वागत में उमड़े हजारों कर्मचारी, लगाये नारे- हर हाल में लेकर रहेंगे पुरानी पेंशन

वक्ताओं ने कहा-कर्मचरियों को पुरानी पेंशन देने में अर्थव्यवस्था का रोना रो रही सरकार और नेताओं को मनमाना पेंशन नही चलेगा
वाराणसी। पुरानी पेंशन योजना लागू के लिए कर्मचारियों में जागरूकता और सरकार के ध्यानाकर्षण के लिए निकला पेंशन रथ गुरूवार को विभिन्न जनपदों से होते हुए वाराणसी के राजघाट पुल स्थित नमो घाट पहुंचा। यहां मौजूद हजारों कर्मचारियों ने रथ पर सवार आंदोलनकारियों का जबर्दस्त स्वागत किया।
नमो घाट पर केन्द्रीय व राज्य कर्मचारी संयुक्त मंच के संयोजक शशिकान्त श्रीवास्तव जिलाध्यक्ष, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद व नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के मण्डल सचिव सुनील कुमार सिंह समेत कर्मचारियों ने पेंशन रथ के साथ आये नेता कामरेड ईंजीनियर एन सिंह, एन डी द्विवेदी, अमरजीत मिश्रा, श्रवण कुमार, रविन्द्र नाथ सिंह का फूल मालाओं से लाद दिया। इसके उसके नारे लिखी तख्तियां लिए और पूरे जोश से नारेबाजी करते हुए सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों ने दो पहिया व चार पहिया वाहनों के साथ जुलूस की शक्ल में शहर में प्रवेश किया। वाहन सवार कर्मचारी जगह-जगह रुक कर आमजन में पर्चे बांट रहे थे। पर्चियों पर नई पेंशन योजना की खामियों के साथ प्रधानमंत्री से पुरानी पेंशन बहाल किए जाने की मांग की गई है। इसके बाद काफिला गोलगड्डा, चौकाघाट, अन्धरापुल चौराहा, लहरतारा, मालगोदाम होते हुए कैंट रेलवे स्टेशन स्थित आरएमएस के पास पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।
सभा में कामरेड जीएन सिंह ने कहा कि आज पुरानी पेंशन को लेकर विभिन्न राज्यों में हुए आन्दोलन के परिणाम स्वरुप देश के 6 राज्यों में पुरानी पेंशन योजना लागू हो चुकी है। देश के प्रमुख राजनीतिक दल आगामी चुनाव में अपने घोषणा पत्र में शामिल करने की बात कह रहे हैं। कामरेड इंजीनियर एनडी द्विवेदी व प्रदेश अध्यक्ष पीडब्लूडी डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने कहा कि केंद्रीय व राज्य कर्मचारियों के साथ शिक्षक समेत अन्य लोगों में भारी आक्रोश को देखते हुए संयुक्त मंच ने एलान किया है है कि कुछ भी हो लेकिन पेंशन हमारा अधिकार है। इसे हर हाल में हासिल करेंगे। जरुरत पड़ी तो आम हड़ताल और संसद का घेराव करने से भी हम पीछे हटने वाले नहीं है। इंजिनियर श्रवण कुमार व अमरजीत मिश्रा ने पुरानी पेंशन बहाली मंच के आंदोलन के बारे में सिलसिलेवार जानकारी दी। कहाकि महामहिम राष्ट्रपति को आनलाईन पिटीशन भेजने का जो निर्णय लिया गया था उसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं। देश भर से लगभग एक करोड़ से भी अधिक पिटिशन भेजे गए। आज पुरानी पेंशन की बात पर अर्थव्यवस्था का रोना रोया जा रहा है। जबकि नेताओं को मनमानी पेंशन दी जा रही है। संयुक्त मंच वाराणसी के संयोजक शशिकान्त श्रीवास्तव ने कहा कि हम राजनीति नही करना चाहते। लेकिन कर्मचारियों से जुड़ी समस्याओं को हम छोड़ भी नहीं सकते।
कामरेड सुनील सिंह मण्डल सचिव नार्दन रेलवे मेंस यूनियन ने कहा कि हमारा संकल्प है पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल होने तक हम खामोश नहीं रहेंगे। आन्दोलन के अगले चरण में 21 जून को लखनऊ और जुलाई व अगस्त में मानसून सत्र के दौरान हमारे नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव व संयुक्त मंच के राष्ट्रीय संयोजक शिवगोपाल मिश्रा के आह्वान पर दिल्ली कूच किया जायेगा। इस अवसर पर सभा को दीपेन्द्र श्रीवास्तव, सुरेन्द्र पाण्डेय, श्यामराज यादव, सुधांशु सिंह, मान सिंह, बाबू लाल मौर्य, दिनेश सिंह, राजकुमार, डीके सिंह, सुभाष शाह, रामचन्द्र गुप्ता, यशोवर्धन त्रिपाठी, राजीव पाण्डेय, राजीव कुमार सिंह, रविन्द्रनाथ यादव, ई. मनीष चौबे,ई. अखिलेश चौहान, ई. आरसी श्रीवास्तव, सुनील कुमार श्रीवास्तव, सत्यप्रकाश श्रीवास्तव, ओम रावत, कौशलेंद्र सिंह, रामकुमार गुप्ता, प्रसून श्रीवास्तव, अजीत कुमार सिंह, हरेन्द्र यादव, जटाशंकर यादव, विवेक रघुवंशी, योगेंद्र राय, अरविन्द श्रीवास्तव, अभिषेक वर्मा रणजीत सिंह, शिव कुमार यादव, अनंत सिंह, एसपी राय, राजेश्वर पाण्डेय, शैल कुमारी, वीना सिंह, जीके बरुआ, प्रकाश यादव, वेद प्रकाश सिंह, रविंद्र शुक्ला, प्रमोद श्रीवास्तव, अवधेश चतुर्वेदी, सुरेंद्र श्रीवास्तव, मनोज कुमार, प्रवीण वर्मा, आलोक भट्टाचार्य, शशिकांत, वाचस्पति मिश्र, अरविंद दुबे, आलोक दुबे,अभिषेक, राजेश श्रीवास्तव, अवधेश पांडेय, कौशल पाठक, अविनाश मौर्य कन्हैया यादव, वीरेंद्र कुमार, अंजनी सिंह, अतुल श्रीवास्तव, प्रशांत, संजय धर दुबे, राजबली, सत्यप्रकाश पांडेय, शिवशंकर आदि ने सभा को सम्बोधित किया।
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