इस बार सांभा भी परेशान ! सबसे पूछ रहा... कब है होली?
अरे ओ साम्भा ! होली कब है? शोले फिल्म का यह डायलॉग आपने बहुत बार सुना होगा। दशकों पुराना यह फ़िल्मी डायलॉग सोशल मीडिया पर बनारस के लोग दोहरा रहे हैं। सुनकर थोड़ा अजीब लग रहा होगा कि लेकिन यह सही है।
वाराणसी। सोशल मीडिया पर होली की तारीख पूछने वालों की बाढ़ सी लगी हुई है। लोग बस अपनों से इनबॉक्स में यही पूछ रहे हैं कि आखिर कब है होली? इसके जवाब में बस लोग अपने अपने तर्क दे रहे हैं।
दरअसल, पिछले कुछ महीनों से त्योहारों के दो दिन मनाने को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति रही है। पिछले वर्ष की होली में भी दो दिनों का संशय रहा। जिसके बाद कुछ ने पहले दिन तो कुछ ने दूसरे दिन होली मनाई। ऐसे में कई जगहों पर होली बदरंग सी रही।
इसी बीच इस बार के होली को लेकर भी लोगों में सोमवार और मंगलवार को संशय है। इसके पीछे का एक तर्क यह भी है कि कुछ मान्यताओं के मुताबिक, काशी में होली एक दिवस पहले मनाई जाती है। यानी पहले भोले की नगरी काशी और फिर अन्य जनपदों में मनाई जाती है।
वैसे काशी में इस बार अधिकतर लोग होली सोमवार को ही मनाएंगे। हालांकि कुछ ज्योतिषी सोमवार को भद्रा लगने के कारण होली मंगलवार को भी मनाने को बता रहे हैं।
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