इस बार राम के रूप में होगा बाबा विश्वनाथ का तिलक, महंत आवास पर निभाई जाएगी रस्म, काशीवासी बनेंगे घराती-बाराती
वाराणसी। बाबा विश्वनाथ इस बार अपने तिलकोत्सव पर प्रभु श्रीराम के स्वरूप में विराजेंगे। महंत आवास पर 360 साल पुरानी रस्म पूरी की जाएगी। आयोजन में काशीवासी घराती व बराती बनेंगे। बसंत पचंमी के अवसर पर 14 फरवरी को बाबा का तिलकोत्सव होगा।
बाबा विश्वनाथ की रजत प्रतिमा का भगवान राम के स्वरूप में श्रृंगार किया जाएगा। बाबा के तिलकोत्सव के साथ ही काशी में फागुन उत्सव की शुरूआत होगी। पहली बार काशी के मंदिरों की सहभागिता भी इस तिलकोत्सव को भव्य स्वरूप देगी। टेढ़ी नीम स्थित महंत आवास पर तिलकोत्सव की तैयारी शुरू हो गई है। बाबा विश्वनाथ के तिलकहरू 14 फरवरी को शुभ मुहुर्त में बाबा का तिलक चढ़ाने पहुंचेंगे। तिलकोत्सव के दौरान शहनाई के साथ ही डमरू वादन के साथ बाबा का तिलक चढ़ाया जाएगा।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डा. कुलपति तिवारी ने बताया कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कारण पूरे देश में उल्लास है। भगवान राम महादेव के आराध्य हैं और भगवान राम के आराध्य बाबा विश्वनाथ हैं। इस बार बाबा विश्वनाथ को राम रूप में सजाया जाएगा। काशी की जनता को पहली बार शिव और राम के एक साथ ही दर्शन होंगे। यह पहला मौका होगा जब काशी के मंदिरों की तिलकोत्सव में सहभागिता होगी।
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