प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने 24 घंटे बिजली आपूर्ति के दिए निर्देश, प्रचंड गर्मी में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए कर्मचारियों को दी बधाई
वाराणसी। यूपी के ऊर्जा मंत्री ए० के० शर्मा ने सूबे में बिजली सप्लाई को लेकर सर्किट हाउस में पूर्वांचल विद्युत् वितरण निगम के अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की। जिसमें उन्होंने अधिकारियों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति कराने के निर्देश दिए।
ऊर्जा मंत्री ने भीषण गर्मी में भी निर्बाध रूप से बिजली सप्लाई जारी रखने पर समीक्षा मीटिंग में अधिकारियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराना सरकार का संकल्प है। इस हेतु रोस्टर प्रथा को समाप्त करते हुए पूरे प्रदेश में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया है। कहा कि आधारभूत संरचनाओं के अनुरक्षण हेतु बेस्ट प्रेक्टिस का पालन किया जाये। जिससे कि उपभोक्ताओं को 24 घन्टे विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने का सरकार का संकल्प पूरा हो सके।
इसके साथ ही ऊर्जा मंत्री ने आर०डी०एस०एस० एवं अन्य योजनाओं के अन्तर्गत हो रहे विकास कार्यों हेतु लिये जाने वाले शटडाउन के कारण होने वाले विद्युत व्यवधान की सूचना एवं कार्य पूर्ण होने के उपरान्त होने वाले लाभ के बारे में जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय समाचार पत्रों को अवगत कराया जाये।
समीक्षा मीटिंग में विधायक सौरभ श्रीवास्तव द्वारा वर्ष 2014 के बाद वाराणसी में हुए विद्युत आपूर्ति में सुधार होने के मद्देनजर विद्युत विभाग एवं सरकार की प्रशंसा की गई। विधायक द्वारा यह अपेक्षा की गई कि जब भी किसी भी कार्य हेतु कोई शटडाउन लिया जाये तो जनप्रतिनिधियों को विभाग के द्वारा अवश्य रूप से अवगत करा दिया जाये, ताकि आम जनमानस को गलत संदेश न मिल सके। प्रबन्ध निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि वर्ष 2030 तक होने वाले विद्युत भार में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए सिस्टम डिजाइन का कार्य किया जा रहा है जिससे कि लो-वोल्टेज एवं अतिभारिता की स्थिति से बचा जा सके एवं उपभोक्ताओं को निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा ने श्री काशी विश्वनाथ धाम में हो रहे विद्युत आपूर्ति की जानकारी ली एवं आगामी योजना अन्तर्गत आटोमेटिक आर०एम०यू० के द्वारा मन्दिर में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही यह भी निर्देशित किया गया कि सिस्टम पर आये अधिकतम भार को ध्यान रखते हुए सिस्टम डिजाइन किया जाये, जिससे आगामी वर्षों में अतिभारिता की समस्या उत्पन्न न हो।
समीक्षा बैठक में सौरभ श्रीवास्तव, विधायक कैन्ट, शम्भु कुमार, प्रबन्ध निदेशक पू०वि०वि०लि, आर0के0 जैन, निदेशक (का० एवं प्रशा०) पू०वि०वि०लि, संतोष कुमार जाडिया, निदेशक वित पू०वि०वि०लि, चन्द्रजीतकुमार, मुख्य अभियन्ता-योजना, अरविन्द कुमार सिंघल, मुख्य अभियन्ता, वाराणसी-प्रथम, मुकेश कुमार गर्ग, मुख्य अभियन्ता-द्वितीय, वाराणसी, जे०पी०एन० सिंह, मुख्य अभियन्ता-मिर्जापुर, प्रमोद कुमार सिंह, मुख्य अभियन्ता- प्रथम, प्रयागराज, विश्वदीप अम्बारदार, मुख्य अभियन्ता- द्वितीय, प्रयागराज, श्रीश कुमार श्रीवास्तव, मुख्य अभियन्ता- तकनीकी, वी०पी० कठेरिया, अधीक्षण अभियन्ता, न०वि०वि०मं० प्रथम, अनिल वर्मा, अधीक्षण अभियन्ता-न०वि०वि० मं०-द्वितीय, विजयराज सिंह, अधीक्षण अभियन्ता-वि०वि०मं०- वाराणसी, अशोक कुमार, अधीक्षण अभियन्ता, कार्यशाला, ए०पी० सिंह, स्टॉफ आफिसर, प्रबन्ध निदेशक डिस्काम मनोज अग्रवाल, अधीक्षण अभियन्ता भण्डार प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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