UP में 15 दिन बढ़ी SIR की प्रक्रिया, मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने जारी की संशोधित तिथियां
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा मतदाता सूची के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) अभियान को और अधिक व्यापक एवं त्रुटिरहित बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में जारी तिथियों में 15 दिनों का विस्तार कर दिया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने गुरुवार को इसकी आधिकारिक जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आयोग से समय-विस्तार का अनुरोध इसलिए किया गया था ताकि जिलों में मृतक, शिफ्टेड और अनुपस्थित मतदाताओं के पुनः सत्यापन का कार्य सही ढंग से पूरा किया जा सके और मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध एवं अद्यतन बनाया जा सके।
संशोधित कार्यक्रम जारी — अब 26 दिसंबर तक गणना अवधि
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आयोग द्वारा SIR प्रक्रिया की घोषित तिथियों को बढ़ाते हुए नई संशोधित तिथियाँ जारी कर दी गई हैं। इनके अनुसार—
1. गणना अवधि
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नई अंतिम तिथि: 26 दिसंबर 2025
2. निर्वाचन नामावलियों का आलेख्य प्रकाशन
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पूर्व तिथि: 16 दिसंबर 2025
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नई तिथि: 31 दिसंबर 2025
3. दावा–आपत्ति अवधि
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31 दिसंबर 2025 से
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30 जनवरी 2026 तक
इस अवधि में नागरिक अपने नाम जोड़ने, हटाने, सुधार करने या आपत्ति दर्ज कराने के लिए फार्म–6, 7, 8 आदि दाखिल कर सकेंगे।
4. नोटिस चरण एवं निस्तारण
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समयावधि: 31 दिसंबर 2025 से 21 फरवरी 2026
इस चरण में—
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गणना प्रपत्रों पर निर्णय
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बीएलओ द्वारा सत्यापन
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दावे–आपत्तियों का निस्तारण
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दस्तावेजों की जाँच
की जाएगी।
5. अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन
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पूर्व तिथि: 8 फरवरी 2026
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अब नई तिथि: 28 फरवरी 2026
SIR को सफल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि यह विस्तार आवश्यक था, क्योंकि इस बार SIR में मृतक, शिफ्टेड और अनुपस्थित मतदाताओं की संख्या काफी अधिक पाई गई है।
तिथियों के विस्तार से—
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बीएलओ और निर्वाचन टीमें अधिक सटीक सत्यापन कर सकेंगी,
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नागरिकों को सुधार और दावा–आपत्ति के लिए पर्याप्त समय मिलेगा,
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अंतिम मतदाता सूची और अधिक शुद्ध और त्रुटिहीन बन सकेगी।
प्रदेश में चल रहे इस महत्त्वपूर्ण अभ्यास का उद्देश्य आगामी चुनावों से पहले एक सटीक, अद्यतन और विश्वसनीय मतदाता सूची तैयार करना है, ताकि हर पात्र नागरिक बिना किसी त्रुटि के लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले सके।

