खानदान मिलन में होली के रंग और इफ्तार की मिठास, सामाजिक सौहार्द और एकता की पेश की मिसाल

वाराणसी। भारतीय संस्कृति की जड़ें गहरी और व्यापक हैं, जो किसी एक धर्म या संप्रदाय तक सीमित नहीं हैं। इसी भाव को साकार करते हुए विशाल भारत संस्थान ने खानदान मिलन, रोजा इफ्तार और होली अबीर उत्सव का आयोजन किया। यह आयोजन उन कट्टरपंथी ताकतों को जवाब देने के लिए था, जो समाज को तोड़ने की कोशिश करते हैं।
कार्यक्रम के आयोजक विशाल भारत संस्थान के जिला चेयरमैन नौशाद अहमद दुबे ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा पर अबीर लगाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। लमही स्थित सुभाष भवन में जुटे विभिन्न जनपदों के लोग भारतीय संस्कृति की अखंडता का संदेश देने आए थे। "अगर पूर्वज और वतन एक हैं, तो भेदभाव क्यों?" इस सवाल का जवाब सबने मिलकर रंग-गुलाल लगाकर और गले मिलकर दिया।
संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव श्रीगुरुजी ने सभी को अबीर लगाकर बधाई दी और खुद भी रंगों में सराबोर हो गए। उन्होंने कहा कि "नफरत फैलाने वालों को नजरअंदाज करें। पूजा-पद्धति अलग हो सकती है, लेकिन रिश्ते एक खानदान की तरह मजबूत होने चाहिए।"
शाम को इफ्तार का समय होते ही अबीर-गुलाल उड़ना बंद हो गया और सभी एक साथ इफ्तार के लिए बैठ गए। इस सांझा भोज में रोजेदारों को पहले रोजा खोलने का अवसर मिला, जिसके बाद सभी ने मिलकर छोला, गुझिया, अंगूर, दही बड़ा, खजूर और अन्य पारंपरिक पकवानों का आनंद लिया। नौशाद दुबे की गौशाला से लाई गई दही से बनी छाछ ने सभी का मन मोह लिया।
अफसर बाबा ने कहा, "अगर रंग लगाने से एकता बढ़ती है, तो मैं सौ बार रंग लगवाऊंगा। रंग लगाना हराम नहीं, बल्कि प्रेम और सौहार्द का प्रतीक है।" वहीं, बहादुर शहीद के सज्जादानशीं बाबू खान ने सबको अबीर लगाकर कहा कि "अल्लाह ने दुनिया को रंग-बिरंगा बनाया है, अफवाहों से दूर रहें और एकता बनाए रखें।"
हनुमान चालीसा फेम नाजनीन अंसारी ने कहा, "जब हम पूर्वजों, परंपराओं, खून और खानदान से एक हैं, तो होली के रंगों और दीपावली की रोशनी से परहेज क्यों?"। कार्यक्रम में डॉ. कवींद्र नारायण श्रीवास्तव की अध्यक्षता में डॉ. अर्चना भारतवंशी, डॉ. नजमा परवीन, डॉ. मृदुला जायसवाल, आभा भारतवंशी, डॉ. गुफरान जावेद, अब्दुर्रहमान दूबे, खुर्शीदा बानो, शिवशरण सिंह, मो. असलम, ज्ञान प्रकाश, विवेकानंद सिंह, सौरभ पांडेय, मो. अफरोज खान, मयंक श्रीवास्तव, खुशी, इली, उजाला, दक्षिता, डी.एन. सिंह सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए।