दालमंडी का वह इलाका, जहां कभी था बूचड़खाना, अब बन रहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, योगी सरकार के प्रयासों से बदल रही सूरत
- 2017 में योगी सरकार ने अवैध बूचड़खानों पर लगाई थी लगाम
वाराणसी। काशी की सूरत बदल रही है। श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर जीर्णोद्धार के बाद से डबल इंजन सरकार में काशी में विकास की लकीरें खींची जा रही हैं। इसी बीच ऐतिहासिक और घनी आबादी वाले दालमंडी के पत्थर गली इलाके में अब विकास की एक नई इबारत लिखी जा रही है। जिस स्थान पर पहले अवैध रूप से बूचड़खाना संचालित होता था, वहीं अब एक आधुनिक और सुविधाजनक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण शुरू हो चुका है।

गौरतलब है कि वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्यभर में अवैध बूचड़खानों पर सख्त रुख अपनाते हुए उन्हें बंद कराने की मुहिम चलाई थी। पत्थर गली का यह बूचड़खाना भी उन्हीं में से एक था, जो पक्के मोहल्ले के बीचोंबीच अवैध रूप से वर्षों से संचालित हो रहा था। अब इस स्थान पर जनता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हो रहा है।

इस परियोजना का निर्माण दक्षिणी विधायक नीलकंठ तिवारी की विधायक निधि से किया जा रहा है, जिसे ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। यहां कुल 33.78 लाख रुपये की लागत से लगभग 1300 स्क्वायर फीट क्षेत्र में एक मंजिला इमारत का निर्माण किया जा रहा है। जहां इस स्वास्थ्य केंद्र में स्त्री और पुरुषों के लिए अलग-अलग दो ओपीडी कक्ष होंगे, साथ ही एक दवा वितरण केंद्र भी खोला जाएगा, जिससे स्थानीय निवासियों को दवाओं के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।

यह स्वास्थ्य केंद्र दालमंडी जैसे घनी बसी और संकरी गलियों वाले क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की बड़ी कमी को दूर करने का प्रयास है। क्षेत्रीय पार्षद इंद्रेश सिंह ने बताया कि अब तक यदि किसी को रात में स्वास्थ्य समस्या होती थी, तो एंबुलेंस गलियों में नहीं पहुंच पाती थी और लोगों को कबीरचौरा या बीएचयू जैसे बड़े अस्पतालों की ओर दौड़ना पड़ता था। कई बार मरीज समय पर इलाज न मिलने से दम तोड़ देते थे। लेकिन इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चालू होने से स्थानीय निवासियों को तुरंत चिकित्सकीय सहायता मिल सकेगी।




