कफ सिरप सिंडिकेट का 40 करोड़ के हवाला के लेन-देन का खेल उजागर, नकदी और गोल्ड के जरिये हो रहा था लेन-देन, दुबई में छिपा है सरगना शुभम जायसवाल
वाराणसी। कफ सिरप तस्करी से जुड़े मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस हाई-प्रोफाइल केस में पुलिस ने अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके तार कफ सिरप सिंडीकेट के सरगना शुभम जायसवाल से जुड़े पाए गए हैं। जांच में सामने आया है कि यह पूरा नेटवर्क हवाला के जरिए संचालित हो रहा था, जिसमें नकदी और गोल्ड के माध्यम से करोड़ों रुपये का लेन-देन किया गया।

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हवाला के पैसों को 50 से अधिक फर्जी सेल कंपनियों के खातों में जमा कराया गया था। इन कंपनियों के जरिए करीब 40 करोड़ रुपये के संदिग्ध ट्रांजैक्शन सामने आए हैं, जिसने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया है। पुलिस के अनुसार यह लेन-देन सुनियोजित तरीके से किया गया, ताकि असली स्रोत और लाभार्थियों तक पहुंचना मुश्किल हो सके।
जांच एजेंसियों को यह भी पता चला है कि हवाला कारोबार को संचालित करने के लिए कोड भाषा का इस्तेमाल किया जाता था। पुलिस 10 रुपये के नोट और “नीला” व “पीला” जैसे शब्दों के अर्थ को डिकोड करने में जुटी हुई है, जिन्हें लेन-देन के संकेत के रूप में प्रयोग किया जा रहा था।
सरगना शुभम जायसवाल पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। उसकी लोकेशन दुबई बताई जा रही है। पुलिस ने यह भी संकेत दिए हैं कि शुभम और उसके परिवार की करीब 38 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई जल्द की जाएगी।
जांच में यह भी सामने आया है कि शुभम जायसवाल ने कूट रचना कर कई लोगों को फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र (एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट) जारी किए थे, जिससे नेटवर्क को वैध दिखाने की कोशिश की गई। इसके अलावा ड्रग विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी भी पुलिस के रडार पर हैं, जिनकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।
पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट FSDL को भी भेजी जाएगी। फिलहाल 40 करोड़ रुपये के हवाला लेन-देन को केंद्र में रखकर जांच तेज कर दी गई है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

