काशी हिंदू विश्वविद्यालय के 110वें स्थापना पर महाकुंभ की थीम पर निकली झांकियां, महिषासुर मर्दिनी पर छात्राओं ने किया तांडव, दिल्ली का राजपथ बनी महामना की बगिया

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय सोमवार को अपना 110 वां स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम के साथ मना रहा है। इस दौरान विश्वविद्यालय के अलग-अलग विभागों और संकायों द्वारा लगभग 30 झांकियां निकाली गई। यह झांकियां लोगों को बरबसी अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। छात्र-छात्राएं पूरे जोश से भरे नजर आए।
झांकी के दौरान महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पर तांडव नृत्य किया। छात्राओं ने दुर्गा के साथ काली चंडी और मिलिट्री वर्दी में नृत्य कर प्राचीन और आधुनिकता का संदेश दिया। झांकी में छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन किया। संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के छात्र अर्धनग्न शिव के रूप में लोगों पर भभूत छिड़क रहे हैं।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय पूरी तरीके से दिल्ली का राजपथ बना हुआ है। जहां पर देश की अलग-अलग सभ्यता संस्कृति की झांकियां प्रस्तुत की गईं। बड़ी बात यह है कि इन झांकियों में महाकुंभ के झलक के साथ विकसित भारत की भी तस्वीर नजर आ रही है। दरअसल, विश्वविद्यालय अपना 110 वां स्थापना दिवस परंपरागत तरीके से मना रहा है। जिसके तहत बाकायदा विश्वविद्यालय के के सहायक कुलपति ने वैदिक मंत्र के साथ मां बागेश्वरी की पूजा संपन्न की और इसके बाद परिसर में हरि झंडी दिखा कर झांकियों को रवाना किया।
झांकियां में महाकुंभ को दर्शाया गया है। संस्कृत विद्या धर्म संकाय की बात करें तो संकाय की ओर से इस बार कुल पांच झांकियां निकाली गईं, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण महाकुंभ में शंकराचार्य उपदेश देते दिखे।