महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्र संघ चुनाव की मांग पर छात्रों का धरना, प्रशासन से लिखित आश्वासन की मांग, कुलपति को सौंपा ज्ञापन
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्र संघ चुनाव कराने की मांग को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है। छात्रों का कहना है कि वे अपनी मांगों का ज्ञापन लेकर कुलपति से मिलने गए थे, लेकिन उन्हें कुलपति से मिलने नहीं दिया गया, न ही उनका ज्ञापन स्वीकार किया गया। इसी के विरोध में 50 से अधिक छात्रों ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सामने नारेबाजी की और लाउडस्पीकर के जरिए विरोध प्रकट करते रहे। हालांकि कुछ देर बाद कुलपति ने छात्रों से मुलाकात की और उनका ज्ञापन भी लिया। इस दौरान काफी गहमागहमी रही। धरना स्थल पर पुलिस और प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम भी मौजूद रही।
दो साल से नहीं हुआ छात्र संघ चुनाव
छात्र नेता आशुतोष तिवारी ने बताया कि वे पिछले दो सालों से छात्र संघ चुनाव के मुद्दे पर धरना दे रहे हैं, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहा है कि चुनाव क्यों बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की ओर से केवल यही कहा जाता है कि यह सरकार का निर्णय है, लेकिन इसके समर्थन में कोई लिखित आदेश नहीं दिखाया जाता। तिवारी ने यह भी कहा कि प्रवेश के दौरान छात्रों से छात्र संघ चुनाव के नाम पर 100 रुपये लिए जाते हैं, जबकि चुनाव आयोजित ही नहीं हो रहे हैं।
कुलपति से लिखित आश्वासन की मांग
छात्रों ने कुलपति से मांग की है कि उन्हें लिखित रूप में यह बताया जाए कि दो सालों से छात्र संघ चुनाव क्यों नहीं हुए। इसके बाद, वे इस जवाब के आधार पर उच्च अधिकारियों से संपर्क करेंगे। आशुतोष तिवारी ने कहा कि यदि प्रशासन ने लिखित रूप से आश्वासन नहीं दिया तो वे अपना धरना जारी रखेंगे और लंबा आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
छात्रों का यह विरोध प्रदर्शन विश्वविद्यालय प्रशासन से छात्र संघ चुनाव कराने की मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है, और वे तब तक धरना जारी रखने का संकल्प ले रहे हैं, जब तक उन्हें ठोस जवाब नहीं मिलता।
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