दलित छात्र को पीएचडी में प्रवेश न मिलने पर BHU में विरोध, छात्रों ने किया कार्यवाहक कुलपति का पुतला दहन, जमकर की नारेबाजी

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में दलित छात्र शिवम सोनकर को पीएचडी में प्रवेश न दिए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सामान्य श्रेणी में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले शिवम सोनकर को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रवेश नहीं दिया गया, जिससे छात्रों में रोष है। छात्रों ने शनिवार को सिंह द्वार पर कार्यवाहक कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उनका पुतला दहन किया। इस दौरान काफी गहमागहमी का माहौल देखने को मिला।
उनका आरोप है कि विभागाध्यक्ष और अन्य प्रोफेसर दलित विरोधी मानसिकता रखते हैं और मिलीभगत कर उन्हें प्रवेश से वंचित किया गया है। शिवम सोनकर का कहना है कि इस सत्र की विज्ञप्ति के अनुसार, संबंधित विषय में तीन सीटें खाली हैं, बावजूद इसके उन्हें प्रवेश से वंचित कर दिया गया। उन्होंने इसे संविधान और सामाजिक न्याय के खिलाफ बताया और BHU प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया।
इस अन्याय के विरोध में समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने कार्यवाहक कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनका पुतला दहन किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय सचिव एवं BHU छात्र नेता विवेक यादव, विद्यापीठ के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष और प्रदेश उपाध्यक्ष विमलेश यादव, काशी विद्यापीठ छात्र सभा इकाई अध्यक्ष राहुल चौधरी समेत कई छात्र मौजूद रहे।
छात्र नेता विवेक कुमार यादव ने कहा कि यह घटना संविधान की मूल भावनाओं के खिलाफ है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि इस अन्याय के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई हो। छात्रों ने चेतावनी दी कि अगर शिवम सोनकर को जल्द न्याय नहीं मिला तो विरोध और तेज किया जाएगा।