बकरीद पर सख्त चौकसी : सारनाथ में एसीपी के नेतृत्व में विशेष पैदल गश्त, अतिक्रमणकारियों को चेतावनी

वाराणसी। गंगा दशहरा और बकरीद जैसे दो बड़े पर्वों के मद्देनज़र वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के सख्त निर्देशों के अनुपालन में आज सारनाथ क्षेत्र में विशेष पैदल गश्त का आयोजन किया गया। इस गश्त का नेतृत्व सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) विजय प्रताप सिंह ने किया, जिसमें सारनाथ चौराहे से आशापुर तक का पूरा इलाका कवर किया गया।
सुरक्षा, शांति और यातायात व्यवस्था पर विशेष फोकस
त्योहारों के दौरान भीड़भाड़ और बढ़ते जनसंख्या दबाव को देखते हुए यह गश्त न केवल सुरक्षा बल्कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने, अतिक्रमण हटाने और ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु करने के उद्देश्य से की गई। इस दौरान एसीपी के साथ सारनाथ थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मी भी मुस्तैद नजर आए।
अतिक्रमणकारियों को दी गई सख्त चेतावनी
गश्त के दौरान एसीपी विजय प्रताप सिंह ने सार्वजनिक स्थानों और सड़कों पर अतिक्रमण करने वालों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “फुटपाथ और सड़क पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अब सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पहली बार चेतावनी, दूसरी बार जब्ती और एफआईआर तय है।” त्योहारों के दौरान सुगम यातायात और पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए यह कदम उठाया गया।
कमिश्नर की रणनीति रंग ला रही
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल द्वारा पिछले कुछ समय से चलाए जा रहे नियमित गश्त, अतिक्रमण हटाओ अभियान और सीसीटीवी निगरानी जैसे निर्देशों के चलते वाराणसी में शांति और व्यवस्था बनाए रखने में अच्छी सफलता मिल रही है। त्योहारों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष बल की तैनाती और निगरानी बढ़ा दी गई है।
सारनाथ में दिखा असर, जनता ने सराहा
बौद्ध धर्म का ऐतिहासिक केंद्र सारनाथ, जो घरेलू और विदेशी पर्यटकों का आकर्षण है, वहां इस तरह की सक्रियता से आमजन और व्यापारियों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है। गश्त के दौरान पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों पर भी नजर रखी और लोगों से सहयोग की अपील की। स्थानीय नागरिकों ने पुलिस की सक्रियता की सराहना करते हुए भरोसा जताया कि त्योहार शांति और सद्भाव में बीतेंगे।
अगले कदम: लगातार निगरानी और ड्राइव
पुलिस कमिश्नर के अनुसार आने वाले दिनों में ऐसे अभियान लगातार चलते रहेंगे। अतिक्रमण के खिलाफ विशेष ड्राइव चलाने की भी योजना है, ताकि वाराणसी शहर को स्वच्छ, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाया जा सके। साथ ही नागरिकों से अपील की गई है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
पुलिस की यह तैयारी यह संकेत देती है कि वाराणसी अब केवल धार्मिक नगरी ही नहीं, बल्कि एक अनुशासित और सजग नागरिक व्यवस्था वाला शहर भी बनता जा रहा है।