गर्मी में विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम, बिछी पटसन की मैट, लगे मिस्ट फैन, बाबा को अर्पित किया जा रहा फलों का रस 

ज्येष्ठेश्वर महादेव का काशी में प्रथम प्राकट्य: गुलाब जल से अभिषेक और भव्य आरती संपन्न  वाराणसी, 10 जून 2025: ज्येष्ठ मास के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी तिथि, सोमवार, अनुराधा नक्षत्र के पावन दिन काशी में ज्येष्ठेश्वर नामक स्वयंभू शिवलिंग के रूप में महादेव का प्रथम प्राकट्य हुआ था। स्कंद पुराण के काशी खंड (अध्याय 64/65) के अनुसार, ज्येष्ठेश्वर शिवलिंग के दर्शन मात्र से सैकड़ों जन्मों के पाप क्षणभर में नष्ट हो जाते हैं। इस पुण्य पर्व पर आज काशी में ज्येष्ठेश्वर महादेव की भव्य आरती, आराधना और श्रृंगार संपन्न हुआ।  इस अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान श्री काशी विश्वनाथ महादेव का गुलाब जल से अभिषेक किया गया। यह तिथि वह शुभ क्षण मानी जाती है, जब महादेव ने काशी में पदार्पण कर इसे साधारण नगर से धाम में परिवर्तित किया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने इस पवित्र अवसर पर कामना व्यक्त की कि समस्त विश्व, विशेषकर काशी के वे लोग जो सनातन विचारों से विमुख हो गए हैं, पुनः सनातन मत में प्रवृत्त हों। न्यास ने प्रार्थना की कि सभी जन पशुता को त्यागकर श्रेष्ठ मनुष्यता की ओर अग्रसर हों, जैसा कि महादेव ने ज्येष्ठेश्वर स्वरूप में काशी को पवित्र धाम बनाकर दर्शाया।  यह उत्सव काशीवासियों और श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहा, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लेकर महादेव की कृपा प्राप्त की।
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वाराणसी। भीषण गर्मी में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्री काशी विश्वनाथ धाम में खास इंतजाम किए गए हैं। शीतला प्रदान करने वाली पटसन की मैट बिछाई गई है। वहीं छाया के लिए लगाए गए जर्मन हैंगर में हवा के साथ पानी की फुहार फेंकने वाले मिस्ट फैन लगाए गए हैं। मंदिर न्यास की ओर से शिवभक्तों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। वहीं बाबा विश्वनाथ को भी मौसमी फलों का रस अर्पित किया जा रहा है। महादेव से यह कामना की जा रही कि धरती का ताप हरकर जनमानस को इससे मुक्ति दिलाएं। 

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गर्मी में बाबा विश्वनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या घटी है। इस समय रोजाना औसतन 1.10 लाख लोग बाबा के दर्शन को पहुंच रहे हैं। सुबह और शाम के वक्त श्रद्धालुओं की भीड़ काफी बढ़ जा रही है, जबकि दोपहर में काफी कम श्रद्धालु आ रहे हैं। गर्मी में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर न्यास की ओर से खास इंतजाम किए गए हैं। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि महाकुंभ के पश्चात धाम में गत वर्ष की अपेक्षा श्रद्धालुओं की संख्या लगभग आधी है। प्रतिदिन औसतन 1.10 लाख लोग बाबा का दर्शन कर रहे हैं। वीकेंड के दिनों में 1.50 लाख से 2 लाख दर्शनार्थी आते हैं। 

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उन्होंने बताया कि मंदिर न्यास की ओर से छाया के लिए जर्मन हैंगर लगाए गए हैं। इसमें मिस्ट फैन लगाए गए हैं। लोगों को शीतल जल, ओआरएस घोल, मट्ठा का वितरण किया जा रहा है। वहीं वाटर कूलर भी लगाए गए हैं। उन्होंने बताया धाम में अभिनव प्रयोग करते हुए पहली बार पटसन की मैट लगाई जा रही है। पटसन निगम लिमिटेड से संपर्क कर इसे लिया जा रहा है। महादेव को फलों के रस, जूस आदि अर्पित किए जा रहे हैं।

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