हार्ट के मरीजों के लिए घातक बनी कड़ाके की ठंड, वाराणसी में 17 स्वास्थ्य केंद्रों पर बनाया गया स्पोक एंड हब 

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वाराणसी। काशी सहित आस पास के जनपदों में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। कड़ाके के इस ठंड के मौसम में सबसे ज्यादा हृदय रोग से संबंधित मरीजों की मुश्किलें भी बढ़ती जाती है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है और लोगों को हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस संबंध में वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० संदीप चौधरी ने कि पूरे जनपद स्मोप एंड हब मैथड से हृदय घात से संबंधित मरीजों का इलाज संभव हो गया है।
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बताया कि जनपद में 17 स्वास्थ्य केंद्रों पर स्पोक एंड हब बनाया गया है। जहां पर हार्ट की समस्या से संबंधित तत्काल किसी को दिक्कत है, तो ECG होगा। साथ ही इन केंद्रों पर डायरेक्शन प्राप्त करने के बाद थार्मालेसिस थेरेपी होगी। जिससे धमनियों में जलने वाले खून के थक्के जिसके कारण हार्ट अटैक की आशंका बढ़ती है, उसका इलाज संभव हो सकेगा। यह बहुत ही महंगा इंजेक्शन है, लेकिन सरकार के द्वारा यह मुफ्त मुहैया कराई जा रही है। इससे उन मरीजों की जान बचाने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। एक व्यक्ति में एक इसका साइंटिफिक मानक होता है, जो स्टीम होता है, जनसाधारण के लिए हृदय घात कहा जाता है।
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इसमें जिस किसी को फीचर्स मिलेंगे जब स्पोक के एप्प पर एक होने के बाद डाला जाएगा तो यह क्लियर हो जाएगा की व्यक्ति को क्या परेशानी है और कुछ ही सेकंड में इसकी जानकारी की जा सकेगी। व्यक्ति को यह इंजेक्शन लग जाए तो जान बचाने की पूरी संभावना रहती है। अगर आवश्यकता पड़ी तो ट्रांसपोर्ट निःशुल्क किया जाएगा, जिन्हें ग्रीन चैनल के माध्यम से सीधे आईसीयू में भेजा जाएगा और निशुल्क वहां पर इलाज होगा। आरक्षण किसी भी इलाज के लिए नहीं किया जाता है। जैसे भी आवश्यकता पड़ती है, उस हिसाब से कार्य किया जाता है। 
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बहुत लोग हार्ट अटैक होने के बाद केंद्र पर नहीं पहुंच पाते हैं। जिसके कारण उनकी मृत्यु हो जाती है या जीवन भर के लिए यह हृदय की बीमारी से जूझते हैं। हृदयघात होने पर जो धमनियों में खून के जमा होता उसके दोगे इलाज के तरीके होते हैं या तो इंजेक्शन लगाकर उसे खत्म किया जाए या एंजियोग्राफी होकर। देखा गया है कि बड़ी देश में भी मात्र कुछ प्रतिशत लोगों को यह सुविधा उपलब्ध हो पाती है। इस चीज को देखते हुए यह आईसीएमआर का प्रोजेक्ट है।
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जिसमें बीएचयू के कार्डियोलॉजी विभाग आपके रूप में कार्य कर रही है और हमारे 17 इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शहरी और ग्रामीण के साथ जिला चिकित्सालय जहां पर यह सुविधा उपलब्ध है। तो उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि सीने का दर्द को हल्के में ना ले किसके साथ ही पेट के ऊपरी हिस्से को दर्द को साधारण ना समझे अगर वह विंडो पीरियड 2 घंटे के अंदर आ जाता है, तो उन्हें तत्काल स्थित का लाभ मिलेगा और विंडो पीरियड बीतने के बाद और विंडो पीरियड बीतने के बाद इस इंजेक्शन का रोल खत्म हो जाता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी से अनुरोध है कि बिना समय व्यर्थ किया इन सभी सेंटरो पर पहुंच सकते हैं।

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