Sawan 2025 : सावन का दूसरा सोमवार, बाबा विश्वनाथ के दर्शन को रात से पहुंचने लगे भक्त, पुलिस कमिश्नर ने देखी तैयारी
वाराणसी। सावन के दूसरे सोमवार को बाबा विश्वनाथ के दर्शन को लाखों शिवभक्तों की भीड़ उमड़ेगी। रात से श्रद्धालुओं का समूह पहुंचने लगा है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने रविवार की शाम श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचकर तैयारी देखी। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। वहीं मातहतों को जरूरी निर्देश दिए। विश्वनाथ धाम की सुरक्षा में एटीएस कमांडो, सीआरपीएफ और पीएसी को तैनात किया गया है। इसके अलावा चप्पे-चप्पे पर पुलिस नजर रख रही है। सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से भी विश्वनाथ धाम परिक्षेत्र की निगरानी की जा रही है। 50 से अधिक राजपत्रित अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है।

पुलिस कमिश्नर ने गोदौलिया, दशाश्वमेध, बुलानाला, मैदागिन, चौक इलाके में भ्रमण कर व्यवस्था देखी। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही श्रदधालुओं की सुविधा के मद्देनजर किए गए इंतजामों का भी जायजा लिया। उन्होंने पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस तरह से बैरिकेडिंग की गई है कि जल्द से जल्द श्रद्धालुओं को बाबा विश्वनाथ का दर्शन मिल सके। पूरे रूट को नो व्हीकल जोन बनाया गया है। यहां सिर्फ पैदल ही लोग आएंगे। वृद्धजन और दिव्यांगजन के लिए गोल्फ कॉर्ट की व्यवस्था रहेगी।

पुलिस कमिश्नर ने निरीक्षण के बाद मीटिंग की। इसमें कांवड़ यात्रा की सुरक्षा, श्रद्धालुओं की सुविधाएं और व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कांवड़ मार्गों और घाटों तक पहुंच को सरल बनाने के लिए मार्गदर्शक बोर्ड लगाए गए हैं। त्वरित कार्रवाई के लिए पूरे मार्ग पर पुलिसकर्मी मोटरसाइकिल से गश्त कर रहे हैं। नो व्हीकल जोन का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। ऑटो रिक्शा के लिए अलग लेन निर्धारित की गई है ताकि श्रद्धालुओं को घाट तक पहुंचने में कठिनाई न हो।

मंदिर प्रवेश द्वारों पर चेकिंग की संख्या बढ़ाई गई है। फ्रीलांसिंग और तेज आवाज वाले साउंड सिस्टम पर नियंत्रण किया गया है। 10 कांवड़ चौकियां बनाई गई हैं, जहां रुकने, विश्राम करने की व्यवस्था है। साथ ही महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस बल भी तैनात है। सभी घाटों पर प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती की गई है। बैरिकेडिंग और प्रकाश की समुचित व्यवस्था भी की गई है।

कांवड़ मार्गों पर AI सक्षम डेंसिटी मैपिंग कैमरे और ANPR (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) कैमरे लगाए गए हैं। प्रत्येक किलोमीटर पर दो पुलिसकर्मी तैनात हैं। संवेदनशील स्थानों पर त्वरित प्रतिक्रिया टीम (QRT) को भी तैनात किया गया है। कांवड़ शिविरों, मंदिरों, घाटों, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर विशेष निगरानी के लिए AS चेक टीमों को लगाया गया है। सभी थाना क्षेत्रों में ग्राम प्रधान, होटल संचालक, कांवड़ शिविर संचालकों आदि से समन्वय स्थापित कर गोष्ठियां की गई हैं।
पुलिस आयुक्त ने यह भी निर्देशित किया कि यात्रा मार्गों को अतिक्रमण मुक्त रखा जाए और कांवड़ यात्रियों के प्रति सभी पुलिसकर्मी सौहार्दपूर्ण और सेवा भाव से व्यवहार करें। साथ ही, शोर-शराबे पर नियंत्रण और निर्धारित ध्वनि सीमा का पालन सुनिश्चित किया जाए। कांवड़ यात्रा को सुगम और व्यवस्थित बनाने हेतु ट्रैफिक एडवाइजरी पहले ही जारी की जा चुकी है। ताकि यातायात में कोई अवरोध न हो और श्रद्धालु निर्बाध रूप से मंदिर और घाट तक पहुंच सकें। इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त शिवहरी मीणा व राजेश सिंह के साथ ही पुलिस अफसर मौजूद रहे।

