जानिए कौन हैं वाराणसी के नये डीएम IAS सत्येन्द्र कुमार, गांव के सरकारी स्कूल से पढ़कर बने सिविल सेवक, पहले भी रह चुके हैं कई जिलों के कलेक्टर

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वाराणसी। काशी की पावन धरती को नया प्रशासनिक मुखिया मिल गया है। 2013 बैच के आईएएस अधिकारी सत्येन्द्र कुमार (IAS Satyendra Kumar) को वाराणसी (Varanasi) का नया जिलाधिकारी (DM) नियुक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें 21 अप्रैल 2025 को वाराणसी का प्रशासनिक दायित्व सौंपा गया है। युवा आईएएस अफसर सत्येन्द्र कुमार को उनके कुशल प्रशासनिक कौशल और जनसेवा के प्रति समर्पण के लिए जाना जाता है और अब वाराणसी की जनता को भी उनसे बड़ी उम्मीदें हैं।

कौन हैं सत्येन्द्र कुमार?
सत्येन्द्र कुमार का जन्म 30 अप्रैल 1987 को बिहार के मधुबनी जिले में हुआ। इनके माता जी का नाम कमला रानी झा और पिता जी का नाम राधा रमण झा है। इनकी शुरुआती पढ़ाई पैतृक गांव के ही सरकारी प्राथमिक विद्यालय में हुई। यही कारण है कि ये समय मिलते ही अक्सर छोटे-छोटे बच्चों को खुद पढ़ाने सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में पहुंच जाते हैं। आईएएस की परीक्षा में सत्येन्द्र कुमार झा को 71वीं रैंक हासिल हुई थी। आईएएस बनने से पहले ये भारतीय राजस्व सेवा में चयनित हुए थे। बतौर IRS ये कोलकाता में असिस्टेंट कमिश्नर कस्टम, एक्साइज और सर्विस टैक्स के पद पर तैनात थे। शिक्षा के क्षेत्र में इन्होंने बी.ई. की डिग्री हासिल की और 2013 में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में कदम रखा। उनकी नियुक्ति 2 सितंबर 2013 को हुई और 2 सितंबर 2015 को उनकी सेवा की पुष्टि हुई। सत्येन्द्र ने अपने करियर की शुरुआत मुसूरी में प्रशिक्षण के साथ की और तब से अबतक कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली हैं।

IAS Satyendra Kumar

एक शानदार करियर की झलक
सत्येन्द्र कुमार ने अपने 12 साल के करियर में कई चुनौतीपूर्ण पदों पर अपनी योग्यता साबित की है। उन्होंने देवरिया और जौनपुर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने प्रशासनिक दक्षता और जनसंपर्क में अपनी छाप छोड़ी। इसके बाद, बरेली में मुख्य विकास अधिकारी के रूप में उन्होंने विकास कार्यों को गति दी। लखनऊ में विशेष सचिव (बेसिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार) के पद पर रहते हुए उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार किए।

उन्होंने महोबा, महाराजगंज और बाराबंकी में डीएम और कलेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दीं, जहां उनके कार्यों की सराहना हुई। खास तौर पर महोबा और महाराजगंज में उन्होंने स्थानीय समस्याओं को हल करने और विकास परियोजनाओं को लागू करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। अपनी नवीनतम भूमिका में वे उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री के विशेष सचिव के रूप में कार्यरत थे, जहां उन्होंने नीति निर्माण और प्रशासनिक समन्वय में अहम भूमिका निभाई।

वाराणसी के लिए नई उम्मीदें
वाराणसी, जो धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से भारत का एक प्रमुख केंद्र है, हमेशा से कुशल प्रशासन की मांग करता रहा है। सत्येन्द्र कुमार की नियुक्ति को एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। उनकी अनुभवी नेतृत्व शैली और जन-केंद्रित दृष्टिकोण से वाराणसी में विकास कार्यों, पर्यटन को बढ़ावा देने और शहर की समस्याओं जैसे ट्रैफिक, स्वच्छता और बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी आने की उम्मीद है।

जनता का उत्साह और चुनौतियां
शहर के निवासियों ने सत्येन्द्र कुमार का स्वागत किया है और उनसे बड़ी अपेक्षाएं रखते हैं। वाराणसी के एक स्थानीय व्यापारी देव दयाल तिवारी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि नए डीएम साहब शहर की समस्याओं को समझेंगे और काशी को और बेहतर बनाएंगे।" हालांकि, वाराणसी जैसे जिले में प्रशासनिक चुनौतियां भी कम नहीं हैं। धार्मिक आयोजनों के दौरान भीड़ प्रबंधन, गंगा की स्वच्छता और अवैध अतिक्रमण जैसे मुद्दों पर सत्येन्द्र कुमार को विशेष ध्यान देना होगा।

सत्येन्द्र कुमार का काशी के नाम संदेश
पदभार ग्रहण करने के बाद सत्येन्द्र कुमार ने कहा, "वाराणसी एक ऐतिहासिक और पवित्र शहर है। मेरा लक्ष्य यहां की जनता की सेवा करना और शहर के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है। मैं सभी से सहयोग की अपेक्षा करता हूं।" सत्येन्द्र कुमार की नियुक्ति से वाराणसी में एक नई शुरुआत की उम्मीद जगी है। अब देखना यह है कि वे काशी की इस नई पारी में कितना रंग भर पाते हैं। 

विभिन्न पदों पर कार्य करने के दौरान अपने काम से सत्येन्द्र कुमार इतने लोकप्रिय हुए कि उनका एक प्रशंसक वर्ग भी है, जो उनके नाम पर फैन पेज भी चलाता है IAS Satyendra Kumar Fan Club (क्लिक करके आप भी कर सकते हैं फॉलो)।  

Live VNS की ओर से वाराणसी के नये जिलाधिकारी सत्येन्द्र झा को हार्दिक शुभकामनाएं 

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