रविदास जयंती में शामिल होने काशी पहुंचे संत निरंजन दास का पुष्पवर्षा से भव्य स्वागत, 2000 से अधिक संत-अनुयायी पहुंचे काशी
संत निरंजन दास जी के साथ 500 से अधिक एनआरआई श्रद्धालु और 2000 साधु-संतों सहित हजारों अनुयायी काशी आए हैं। इसको देखते हुए संत रविदास की जन्मस्थली सीरगोवर्धनपुर को भव्य रूप से सजाया गया है। वहां मंदिर परिसर में पूजन-अर्चन, सत्संग और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

गाजे-बाजे के साथ भव्य स्वागत, अनुयायी करेंगे चरण वंदन
सोमवार दोपहर जब संत निरंजन दास जी काशी पहुंचे तो कैंट रेलवे स्टेशन पर फूलों की वर्षा और गाजे-बाजे के साथ उनका स्वागत किया गया। इसके बाद उनका काफिला सीर गोवर्धन स्थित गुरु रविदास जन्मस्थली पहुंचा, जहां देश-विदेश से आए श्रद्धालु और अनुयायी चरण वंदन करेंगे।

बैठक में तैयारियों का लिया जाएगा जायजा
संत निरंजन दास जी ट्रस्ट के पदाधिकारियों और ट्रस्टियों के साथ बैठक कर सभा पंडाल, श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था, लंगर और अन्य तैयारियों का निरीक्षण करेंगे।

रविदास पार्क में दीपदान और सत्संग का आयोजन
शाम को अनुयायियों के साथ रविदास पार्क में दीपदान किया जाएगा, जिसमें हजारों दीयों से पूरा परिसर जगमगा उठेगा। इसके अलावा संत निरंजन दास जी सत्संग का आयोजन भी करेंगे, जहां संत रविदास जी के उपदेशों पर चर्चा होगी।

भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
महाकुंभ के पलट प्रवाह और माघ पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मंदिर के आसपास अस्थायी पुलिस चौकी बनाई गई है, जहां 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। संवेदनशील इलाकों पर विशेष नजर रखने के लिए सादे वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। अनुयायियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ट्रैफिक डायवर्जन और अन्य प्रशासनिक व्यवस्थाएं की गई हैं।



